रायसेन जिला मुख्यालय पर हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यक्रम के बाद रायसेन पुलिस अधीक्षक विकास कुमार सहवाल अब फुल फार्म में नजर आ रहे हैं। एक ओर जिले के पीड़ित लोग अब पुलिस अधीक्षक से डायरेक्ट सम्पर्क कर रहे है एक एसा ही मामला जिले के बाडी थाने का है यहॉ पुलिस से पीड़ित पत्रकार रितिक जैन अपनी फरियादी लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचा और अपना आवेदन पुलिस अधीक्षक विकास कुमार सहवाल को सौंप दिया। आवेदन में कहा गया है की विगत 6 माह पहले पत्रकार को रास्ते से उठाकर थाना बाड़ी लेजाकर पत्रकार रितिक जैन के कपड़े उताकर उनके साथ जमकर मारपीट की गई और घुटनों वल बैठाकर बुरी तरह वैईज्जत किया गया व बाडी थाना प्रभारी के पैरो मे झुकाकर कान पकड़कर माफी मंगवाई गई। साथ ही कहा गया की अगर तूने हमारी खबरें चलाई तो तेरी पत्रकारिता भुला देंगे इस पूरी घटना का वीडियो बनाया गया एवं पत्रकार रितिक जैन की स्कार्पियो घर से थाने लाकर उस पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा लगाकर तिरंगे अपमान का झूठा केस लगाकर जेल भेज दिया गया। लेकिन पैसों के लेनदेन का एक मामला पिछले सप्ताह मुख्यमंत्री निवास पहुंच गया और थाना प्रभारी सत्य प्रकाश सक्सेना सहित 4 पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया गया है। जिसकी खबर रितिक जैन ने पेपर में छाप दी। लेकिन अब निलंबित आरक्षक संजय यादव पत्रकार रितिक जैन की 6 महीने पुरानी थाने की आधी अधूरी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर रहा है जिसमें रितिक जैन पत्रकार घुटनों वल बैठाकर गिडगिडा रहा हैं। रितिक जैन पत्रकार की छवि धूमिल हो रही है इसी मामले की जाँच को लेकर बड़ी के पत्रकार रितिक जैन ने पुलिस अधीक्षक विकास कुमार सहवाल से मुलाकात कर न्याय की गुहार लगाई है ओर निष्पक्ष जांच की मांग की है।
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