होली क्रॉस स्कूल में आयोजित वार्षिक फेट कार्यक्रम में हजारीबाग सदर विधायक प्रदीप प्रसाद मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए। विद्यालय परिवार ने विधायक का दिल से स्वागत किया। उन्हें सम्मानित करने के लिए विद्यालय परिवार की ओर से अंगवस्त्र, फूलों का गुलदस्ता और स्मृति चिह्न भेंट किए गए। इसके बाद प्रदीप प्रसाद ने फीता काटकर इस भव्य कार्यक्रम का शुभारंभ किया और बच्चों के बीच उत्साह का संचार किया। कार्यक्रम के दौरान विद्यालय परिसर में विविध प्रकार के आकर्षक स्टॉल लगाए गए थे। इन स्टॉल्स में खानपान, खेलकूद, शिल्पकला और बच्चों के लिए विभिन्न मनोरंजन की चीजें रखी गई थीं। इसके अतिरिक्त, बच्चों और उनके अभिभावकों के लिए कई अन्य गतिविधियों का आयोजन भी किया गया। स्टॉल से प्राप्त होने वाली आय को विद्यालय परिवार ने एक चैरिटेबल ट्रस्ट के माध्यम से जरूरतमंदों के लिए दान करने का निर्णय लिया। यह कदम समाज के प्रति विद्यालय परिवार की जिम्मेदारी और सामाजिक सेवा को दर्शाता है, जिसे सभी ने सराहा। कार्यक्रम में विशेष आकर्षण दो सेल्फी प्वाइंट थे, जिनकी व्यवस्था बच्चों के लिए की गई थी। इन प्वाइंट्स पर बच्चों ने अपने परिवार और दोस्तों के साथ फोटो खिंचवाई। इस प्रकार, कार्यक्रम में बच्चों का जोश और उमंग साफ दिखाई दिया। स्टॉल्स, खेलकूद और विभिन्न अन्य गतिविधियों में बच्चों ने अपनी पूरी मेहनत और रचनात्मकता का प्रदर्शन किया। विद्यालय की प्रधानाचार्य, सिस्टर मिनी अब्राहम (रीजा) ने कार्यक्रम के बारे में कहा हमारा उद्देश्य न

केवल बच्चों को शिक्षा देना है, बल्कि उन्हें समाजिक और मानवीय जिम्मेदारियों से भी अवगत कराना है। इस तरह के कार्यक्रम बच्चों में सेवा की भावना को जागृत करते हैं और उन्हें समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का एहसास दिलाते हैं। बच्चों का उत्साह और भागीदारी इस आयोजन की सफलता का प्रमुख कारण रही। सदर विधायक प्रदीप प्रसाद ने अपने संबोधन में कहा की होली क्रॉस स्कूल का यह प्रयास बेहद सराहनीय है। बच्चों में न केवल शिक्षा का बीजारोपण किया जा रहा है, बल्कि उन्हें समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी का एहसास भी कराया जा रहा है। मैं इस आयोजन के आयोजकों को उनके इस सराहनीय कार्य के लिए बधाई देता हूं और आशा करता हूं कि आगे भी इस तरह के कार्यक्रम होते रहें, ताकि हमारे बच्चों में एक मजबूत सामाजिक चेतना विकसित हो सके। कार्यक्रम में बच्चों के अभिभावकों की उपस्थिति भी उल्लेखनीय रही। वे बच्चों के साथ मिलकर कार्यक्रम का आनंद ले रहे थे और पूरे आयोजन को सफल बनाने में उनकी सक्रिय भागीदारी रही। कार्यक्रम के दौरान बच्चों के विभिन्न खेलकूद और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने माहौल को और भी जीवंत बना दिया। यह आयोजन विद्यालय और समुदाय के बीच सहयोग और सौहार्द का प्रतीक बनकर उभरा। विद्यालय परिवार ने यह सुनिश्चित किया कि इस अवसर पर बच्चों को न केवल आनंदित किया जाए, बल्कि उन्हें समाज की सेवा और दया की भावना से भी जोड़ा जाए। सभी ने मिलकर इस कार्यक्रम को एक सफलता के रूप में देखा और विद्यालय की इस सामाजिक पहल को एक मजबूत आधार प्रदान किया।