मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान के अंतर्गत जनपद पंचायत के प्रांगण में दिव्यांग परीक्षण शिविर का मजाक उड़ाया गया। वही सरकारी राशि का दुरुपयोग हुआ। गौरतलब हो कि ब्लॉक जुन्नारदेव की जनपद पंचायत जुन्नारदेव ने आज विकलांग शिविर का आयोजन किया देखने में आया कि शिविर पर 10 बजे से हितग्राही विकलांग दूरदराज से आए हुए थे परंतु डॉक्टर से बात करने पर उन्होंने बताया कि 9बजे लेटर मिला 1 बजे वाहन उपलब्ध हुआ और 3 बजे जुन्नारदेव पहुंच हितग्राही पानी पानी को तरस रहे हैं शिविर पर व्यवस्था की कमी पाई गई। डॉक्टर के चेंबर के सामने हितग्राही मरीज भीड़ के साथ एक दूसरे को धक्के मारते नजर आए। जुन्नारदेव जनपद के पंचायत इंस्पेक्टर दुर्जन सिंह भलावी से बात करने पर उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि हमें शासन की और से शाम को लेटर प्राप्त हुआ है और आनन-फानन में व्यवस्था बनाई गई। दुर्जन सिंह भलावी ने उच्च अधिकारी को ही जिम्मेदार ठहराया और उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि शिविर का प्रचार-प्रसार नहीं होने से हितग्राही नहीं आ पाए। दूर-दराज से आने वाली ग्राम पंचायतों को खबर व्हाट्सएप के माध्यम से दी गई! वही दूरदराज से आए दिव्यांगों को चिकित्सकों का लंबे समय तक इंतजार करना पड़ा जिससे बड़ी लापरवाही सामने आई ग्रामीण क्षेत्रों से दिव्यांग बच्चे एवं महिलाओं एवं बुजुर्ग परीक्षण हेतु पहुंचे बिना ही आधुनिक उपकरण के बिना ही डॉक्टर दिव्यांगों का परीक्षण करते नजर आए देखने में आया कि शिविर पर व्यवस्था की खांसी कमी नजर आई जनपद पंचायत जुन्नारदेव ने आला अधिकारियों को ही जिम्मेदार ठहराया
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