
खबर का हुआ असर! खबर के प्रकाशित होने के सिर्फ 5 दिन बाद ही सड़क निर्माण का काम शुरू हो गया। आज ढाई महीने बाद, वह सड़क बनकर चमचमाती नजर आ रही है। विकास की यह इबादत यूं ही नहीं लिखी जाती। इसके लिए चाहिए होता है जज्बा, और वह जज्बा दिखाया कैमूर के स्कूली बच्चों ने, जो जिलाधिकारी से सीधे मदद की अपील करने पहुंचे थे। असल मामला यह है कि कैमूर जिला मुख्यालय से सटे अखलासपुर हवाई अड्डे के पास स्थित संत लॉरेंट्रज इंग्लिश स्कूल की करीब 600 से 700 छात्र-छात्राएं स्कूल आने-जाने के लिए एक खराब सड़क का इस्तेमाल करती थीं। बरसात के दिनों में यह सड़क जलमग्न हो जाती थी, जिससे बच्चों को घुटने भर पानी में होकर स्कूल आना-जाना पड़ता था। साथ ही आसपास के घरों का गंदा पानी सड़क पर फैल जाता था, जिससे बदबू का सामना करना पड़ता था। इन सब समस्याओं के बावजूद स्कूली बच्चों का जज्बा कभी कम नहीं हुआ और वे स्कूल जाने से नहीं रुके। अंततः इन बच्चों ने इस समस्या के समाधान के लिए न्यूज़ इंडिया 24 बिहार के पत्रकार ब्रजेश दुबे से संपर्क किया। इस मुद्दे को मीडिया ने प्रमुखता से उठाया और खबर प्रकाशित होने के बाद कैमूर के जिलाधिकारी, सावन कुमार ने इसे गंभीरता से लिया। आज वही सड़क पीसीसी सड़क बन गई है, जिस पर जल जमाव हुआ करता था। अब इस स्कूल के छात्र-छात्राएं पूरी गर्मी और बारिश के बावजूद आराम से स्कूल आ जा सकते हैं। बच्चों ने पत्रकार ब्रजेश दुबे और जिलाधिकारी कैमूर का आभार व्यक्त किया है। स्कूली बच्चों का यह भी कहना है कि यदि डीएम साहब कभी इस सड़क से गुजरें तो उन्हें बच्चों से मिलकर बात करने का मौका जरूर मिलेगा, जिससे बच्चों को और अच्छा लगेगा। सड़क बनने से न केवल छात्रों को, बल्कि विद्यालय के शिक्षकों और आस-पास के क्षेत्र के नागरिकों को भी राहत मिली है। विकास की इबादत के पीछे तीन मुख्य कारण रहे: 1. परेशान छात्र-छात्राएं। 2. समस्या को मीडिया में उठाने वाला न्यूज़ इंडिया 24 बिहार। 3. और समस्या का समाधान करने वाले जिलाधिकारी कैमूर।