मैं, सहदेव बेलदार, सुरक्षा प्रहरी, मधुबन कोलवासरी, ब्लॉक 2 में कार्यरत हूं। दिनांक 17/11/2024 को शाम 7:30 बजे, मैं बसंती चौक पहुंचा, क्योंकि मुझे माटीगढ़ा अपने साढ़ू के घर जाना था। वहां चौक के सामने दुकान के आगे कुलदीप पाण्डेय, सुमन पाण्डेय, व्यास पाण्डेय, बंदू एवं अन्य साथी खड़े थे। जैसे ही उन्होंने मुझे देखा, मुझे रोक लिया। मैं चार पहिया वाहन में था। जैसे ही मैंने गाड़ी रोकी, वे लोग मुझे गाली गलौज करने लगे। गाली सुनकर मैं वाहन से बाहर आया तो वे कहने लगे कि तुम बड़का सुरक्षा प्रहरी बने हो, तुम्हारे चलते हमलोग कोयला-लोहा चोरी नहीं कर पाते हैं। आज तुम्हारा जान ले लेंगे। इतना कहते ही धारदार हथियार से मेरे सिर पर वार कर दिया और मारपीट करने लगे।

मैं अकेला था और वे लोग 8-10 थे। मैंने अपने बेटे राहुल और मनोज कुमार दास को फोन कर बुलाया कि आज मुझे मार डालेंगे, जल्दी आओ। तब तक कुलदीप ने मेरे गले से सोने की चेन खींच ली और पॉकेट से तीन हजार रुपये भी छीन लिए। अगर मनोज और राहुल नहीं आते तो वे मुझे और घायल कर देते। यह घटना पूर्व में 16/09/2024 को हुई घटना के कारण हुई, क्योंकि मैंने इन लोगों को चोरी करने से रोका था। उसी के कारण इनका गुस्सा फूट पड़ा। मेरे बेटे राहुल और मनोज के आ जाने से वे लोग भाग गए। बाघमारा से सहयोगी चंदन कुमार के साथ गोविन्द मोदक की रिपोर्ट।