हाल ही में गौतम अदाणी और उनकी कंपनी पर अमेरिकी विदेशी भ्रष्टाचार प्रैक्टिस एक्ट (FCPA) के तहत भ्रष्टाचार और निवेशकों के साथ धोखाधड़ी के आरोप लगे। आरोपों के अनुसार, कंपनी ने 2020 से 2024 के बीच सोलर प्रोजेक्ट हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को ₹2236 करोड़ की रिश्वत दी। इन आरोपों के बाद कंपनी के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई।

कंपनी ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि गौतम अदाणी, उनके भतीजे सागर अदाणी, या विनीत जैन पर एफसीपीए उल्लंघन का कोई आरोप नहीं है। इस मामले में पूर्व अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि उन्होंने आरोपों का विश्लेषण किया और इनमें अदाणी परिवार के खिलाफ कोई ठोस आरोप नहीं पाया।