देवप्रभा की प्रभा,को आंच न आने पाए। जी हां घटना अलगडीहा बस्ती की है जहां दीपक मोदक ,उम्र 50 वर्ष दिनांक 25 नवंबर दिन सोमवर को एक हाइवा के चपेट में आने से मृत्यु हो गई थी, दीपक मोदक को इलाज के लिए अशर्फी हॉस्पिटल लाया गया था जहां उन्हें मृत घोषित किया गया और पोस्ट मॉर्टम के बाद आज उनका दाह संस्कार कर दिया गया कुछ राजनीतिक पार्टियों ने देवप्रभा कंपनी को बदनाम करने की कोशिश की जिससे मृतक के आश्रितों को 11 लाख रुपए कंपनी के तरफ से दिए गए।

परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है लेकिन देवप्रभा कंपनी का अहसान भी मान रहे हैं । Newz India 24 ने देवप्रभा कंपनी के सीईओ कुंभनाथ सिंह से बात की उन्होंने बताया कि राजनीतिक पार्टियों को श्रम आनी चाहिए जो किसी के लाश पर भी अपनी घिनौनी राजनीति करने से बाज नहीं आते हैं। परिजनों ने दीपक मोदक के शव के साथ मुख्य मार्ग को भी जाम करके घंटों रखा था। प्रस्तुत है सहयोगी संदीप दत्ता के साथ पंकज सिन्हा की रिपोर्ट धनबाद से।