मंगलवार को दिव्य ज्योति जागृति संस्थान के माध्यम से सात दिवसीय श्रीमद् भागवत ज्ञान कथा तीसरा दिन श्री रामचरित श्री कृष्ण जन्म उत्सव पर नन्हे-मुन्ने बच्चों के माध्यम से धूमधाम से रासलीला है प्रथम दिन भागवत महात्म्य वराह अवतार कथा भक्त उत्सव गोंडा में जन्म स्थली स्थित है जिसका कथा का किया गया वर्णन दूसरे को दिवस की कथा ध्रुव संकल्प यात्रा दधीचि महादान गाथा कथा व्यास पर आशुतोष महाराज जी के शिष्य भारत विख्यात पद्महस्ता भारती कथाव्यास कथा कहती हैं उनके साथ डोली में साध्वी तारिणी भारती साध्वी बोध्या भारती साध्वी पद्मप्रभा भारती साध्वी अभिनंदना भारती साध्वी, उजेशा भारती साध्वी निधि भारती साध्वी अर्चना भारती साध्वी महाश्वेता भारती साध्वी दीपा भारती साध्वी अर्पण भारती साध्वी सुश्री वंदना भारती, ,अभिनंदन, प्रति भारती, स्वामी करुणेशानन्द , शिवम, श्रेष्ठ इत्यादि उपस्थित हुए ।कटरा के भाजपा विधायक बावन सिंह दीप प्रज्वलन कर के कार्यक्रम को शुभारंभ कराया वहीं एमएलके कॉलेज बलरामपुर के पूर्व प्रधानाचार्य चयन आयोग के सदस्य पूर्व आर,पी मिश्रा खाद सुरक्षा मंडली अधिकारी दीपक पटेल,वरिष्ठ भाजपा नेता राज बाबू गुप्ता , वरिष्ठ अधिवक्ता पूर्व बार एसोसिएशन अध्यक्ष राम करन मिश्रा शारदा कांत पांडे आरती में शामिल हुए कथा के आयोजक स्वामी अर्जुन आनंद जी गोंडा के प्रभारी कमल महात्मा यशवीर महात्मा श्री राम स्वामी जी जितेंद्र पंडित विष्णु, स्वामी महिलाओं की टीम में रितु जायसवाल विद्यावती मिश्रा श्रीमती किरण मिश्रा श्रीमती हरकेश सिंह श्रीमती शशि जायसवाल श्रीमती सरोज जायसवाल मिथलेश सिह रेनू श्रीवास्तव सावित्री सिह सुषमा मिश्रा निर्मला सिंह किरन सिह दीप्ती शर्मा चन्द्रकला सिंह ऊषा मिश्रा रीता पाठक रमा मिश्रा गीता जायसवाल सुषमा मिश्रा वेबी जायसलाव वही युवा परिवार सेवा समिति के अध्यक्ष रितु जायसवाल अन्य सेवादार भाई बहने रहे मौजूद । भव्य आरती पंडित जगदीश तिवारी, ने यजमान रामकरण मिश्रा वरिष्ठ एडवोकेट, संतोष कुमार जायसवाल, अजय कुमार जायसवाल जमुना प्रसाद मिश्रा , विश्वजीत शुक्ला हे मौजूद भव्य आरती ली प्रसाद का हुआ वितरण। आज के कथा प्रसंगों में प्रभु श्रीकृष्ण जन्म प्रसंग भी शामिल था, जिसे नन्दोत्सव के रूप में मनाया गया। जिसमें सभी नर-नारी और बच्चों ने खूब आनन्द लिया। बहुत सारे बच्चे कृष्ण के सखा बनने की इच्छा से सज-धज कर पीले वस्त्र पहन कर इस उत्सव में शामिल हुए। नन्दोत्सव की छटा अद्भुत थी। ऐसा प्रतीत होता था मानो समूचा पंडाल ही गोकुल बन गया हो एवं सभी नर-नारी गोकुलवासी ! केवल ग्वाल-बालों के रूप में सजे बच्चों ने ही नहीं बल्कि सभी आगंतुकों ने कृष्ण जन्म के अवसर पर खूब माखन मिश्री का प्रसाद पाया। श्रीकृष्ण जन्म के अवसर पर इस प्रसंग में छुपे हुए आध्यात्मिक रहस्यों का निरूपण करते हुए साध्वी जी ने बताया जब जब इस धरा पर धर्म की हानि होती है, अधर्म, अत्याचार, अन्याय, अनैतिकता बढ़ती है, तब-तब धर्म की स्थापना के लिए करुणानिधान ईश्वर अवतार धारण करते हैं।
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