राजस्थान के झुंझुनूं जिले में एक ऐसी सनसनीखेज घटना घटी, जिसने हर किसी को हैरान कर दिया। एक शख्स, जोकि पूरी तरह से जिंदा था, उसका पोस्टमार्टम कर दिया गया। और जब शव को डीप फ्रीजर में रखा गया, तब किसी को अंदाजा भी नहीं था कि ये सारी घटना एक बडी लापरवाही का नतीजा बन सकती है।घटना उस समय और भी चौंकाने वाली हो गई, जब शव को चिता पर रखा गया और आग दी गई। लेकिन तभी, एक खौ़फनाक पल आया—शव में हलचल महसूस की गई। क्या ये मरे हुए इंसान की आखिरी हलचल थी या फिर कोई चौंकाने वाला राज था?चिता पर आग देने से पहले, शव में हरकत देखकर लोग सकते में आ गए। डॉक्टर और अधिकारी हैरान रह गए कि यह कैसे संभव हो सकता है। शव को
तुरंत फ्रीजर से बाहर निकाला गया और उसे अस्पताल वापस भेजा गया।यह घटना सिर्फ एक मेडिकल लापरवाही नहीं, बल्कि सिस्टम में फैली हुई गंभीर खामी का उदाहरण भी है। राजस्थान में इस मामले ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या पैसे से डिग्री लेने से ऐसे हादसे होते हैं?यह घटना न केवल चिकित्सा क्षेत्र की लापरवाही को उजागर करती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि जब सिस्टम में खामियां हों, तो ऐसी घटनाएं हो सकती हैं। झुंझुनूं में यह मुद्दा गरम है और अब इसे लेकर जांच और कार्रवाई की मांग तेज हो गई है।क्योंकि जब पैसे से डिग्री ली जाती है, तो ऐसे ही हादसे सामने आते हैं। ऐसे में यह जरूरी है कि चिकित्सा क्षेत्र और सरकारी तंत्र अपनी जिम्मेदारी समझे, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं का सामना न करना पड़े।