हर साल की तरह इस साल भी हजरत दाता मदारा शाह (तकिया मजार) का 367वां सालाना उर्स मुबारक धूमधाम से मनाया इस साल का उर्स कई विशेष आयोजनों के साथ 16 नवंबर से शुरू हुआ, जिसमें श्रद्धालु और भक्त बड़ी संख्या में शामिल हुए। नगर निगम के सफ़ाई कर्मचारी द्वारा आज तकिया मजार शरीफ़ में चादर पोशी की गई। सुरक्षित वातावरण बनाए रखने के लिए पूरा दरगाह परिसर सीसीटीवी की निगरानी में रहेगा। इस उपाय का उद्देश्य आयोजन के दौरान किसी भी असामाजिक तत्व को अनुचित गतिविधियों में शामिल होने से रोकना है। प्रबंध समिति द्वारा छोटे-छोटे स्टॉलों पर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायी शहर में कव्वाली कार्यक्रम के बाद मज़ार शरीफ के पुनर्निर्माण की योजना है। इस साल का उर्स निश्चित रूप से एक सामाजिक और धार्मिक आयोजन के रूप में अद्वितीय होने का अनुभव कराएगा, जो सभी लोगों के बीच समृद्धि और सामंजस्य का संदेश देगा। 17.नवंबर का कार्यक्रम सुबह कुल शरीफ के साथ शुरू हुआ, जिसमें हजरत दाता मदारा शाह की याद में सामूहिक दुआ की गई। इसके बाद कुरान ख्वानी एवं मिलाद शरीफ का आयोजन हुआ, जिसमें कुरान की तिलावत और पैगंबर मुहम्मद साहब की शान में नात पढ़ी गई।
शाम को नमान ईशा के बाद नातिया मुशायरा और उलमाओं की तकरीर का आयोजन हुआ, जिसमें विद्वान उलमा अपने विचार और संदेश और 18 नवंबर को रात 9 बजे से कव्वाली का प्रोग्राम जारी रहेगा। इस दौरान प्रसिद्ध कव्वाल खान भारती कानपुर और महताब भारती नागपुर अपनी कव्वालियों से माहौल को सूफियाना बना देंगे। ये कव्वालियाँ भक्तों के दिलों को छू जाएंगी और उन्हें आध्यात्मिक ऊर्जा से भर देंगी। उर्स के दौरान मजार परिसर में सुबह 10 बजे से एक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया है। रक्तदान शिविर का आयोजन मैनेजिंग कमेटी के सेक्रेटरी कमाल कुरैशी के द्वारा लगाया जा रहा है। इस शिविर में श्रद्धालु रक्तदान कर सकते हैं, जिससे जरूरतमंदों की मदद की जा सके। यह आयोजन मानवता और सेवा का एक महत्वपूर्ण उदाहरण पेश करेगा। तकिया मजार के मैनेजिंग कमिटी में कई प्रमुख लोग शामिल हैं जो इस उर्स को सफल बनाने में अपना महत्त्वपूर्ण योगदान देंगे। समिति के सदस्यों में शामिल हैं: सदर: परवेज़ आलम, सचिव: मकसूद खान, ट्रेजरर: ग़ालिब अहमद, नायब सदर: दिलदार हुसैन, नायब सचिव: गुड्डू कुरैशी, कमाल कुरैशी, नायब ट्रेजरर: तसलीम अहमद, सरपरस्त: तैय्यब अंसारी, संजर मल्लिक, बब्लू अंसारी, माजिद अंसारी। इसके अलावा, मैनेजिंग कमिटी में 15 अन्य सदस्य भी शामिल हैं जो इस आयोजन को सफल बनाने के लिए तत्पर हैं। यह उर्स न केवल एक धार्मिक आयोजन है, बल्कि समाज सेवा और मानवता की मिसाल भी है। इस प्रकार के आयोजन समाज में एकता और भाईचारे की भावना को बढ़ावा देते हैं।