हजारीबाग : धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 149 वीं जयंती ” जनजातीय गौरव दिवस ” के रूप में उनके चित्र प्रेरितमा..पर पुष्प अर्पित व माल्यार्पण कर मनाई गई । कार्यक्रम की अध्यक्षता मेहेन्दर.वैक ने कहा कि बिरसा मुंडा भारतीय आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी और मुंडा जनजाति के नायक थे । उन्होंने ब्रिटिश राज के दौरान 19 वीं शताब्दी के अंत में बंगाल प्रेसीडेंसी ( अब झारखंड ) में हुए एक आदिवासी धार्मिक सहस्त्राब्दी आंदोलन का नेतृत्व किया जिससे वह भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति बन गए ।
केवल 25 वर्ष की उम्र में अपने देश की रक्षा के लिए शहीद होने वाले बिरसा मुंडा भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के लिए जनजातीय विद्रोह और क्रांति के प्रतीक के रूप में याद किए जायेंगे, और शायद यही कारण है की लोग उनहे भगवान बिरसा मुंडा कह कर संबोधित करते हैं । पूर्व अध्यक्ष कार्यकारी अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि 1900 ईस्वी को बिरसा मुंडा को गिरफ्तार कर लिया गया और जेल में उनकी मृत्यु हो गई बिरसा मरे नही अपितु अमर हो गए । जब भी आदिवासी विद्रोह के बारे में हम बात करेंगे बिरसा मुंडा का नाम प्रथम पंक्ति में लिया जाएगा । साथ ही साथ झारखंड राज्य आदि उपस्थितथ.सुनिल.लकाढ.रवि.लिन्ङा.जितवाहन.भगत.फुल.रानी.काश्यप .रमेस हेम्ब्रम