पुरी की रथयात्रा में हुई अद्भुत चमत्कार….
प्रभु जगन्नाथ मन्दिर से चली रथयात्रा जब गुण्डीचा मन्दिर पहुँची और आडप मण्डप विजय के समय जगन्नाथ जी का नन्दीघोष रथ चरमला पहुँचा, तब आरती होनी थी….
परन्तु रथयात्रा पर चारों ओर बहुत भारी वर्षा हो रही थी, जिस कारण आरती करना असम्भव-सा लगा….
परन्तु अचानक देखा गया कि स्वयं प्रभु जगन्नाथ के नन्दीघोष रथ तथा आसपास कुछ दूरी तक पर वर्षा बिलकुल नहीं हो रही थी….
जब कि शेष पूरी रथयात्रा एवं साथ चलनेवाले लाखों भक्त मूसलाधार वर्षा में भीग रहे थे….!
नन्दीघोष रथ पर पानी नहीं बरस रहा था, अत: आरती निर्विघ्न रूप से हो सकी…!
महाप्रभु जगन्नाथ स्वामी की जय, जय श्री कृष्णा
ये है हमारे सनातन धर्म की शक्ति