बिहार के पश्चिम चंपारण के छोटे से गांव के रहने वाले राजा यादव, जिन्हें लोग ‘बिहारी टार्जन’ के नाम से जानते हैं, सोशल मीडिया पर तेजी से लोकप्रिय हो गए हैं। बिना किसी कोच या विशेष ट्रेनिंग के, उनकी दौड़ने की गति इतनी तेज है कि वे स्कॉर्पियो और थार जैसी गाड़ियों को भी पीछे छोड़ देते हैं। राजा की मेहनत और उनकी कहानी लाखों लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन चुकी है। रफ्तार का जादूगर राजा यादव, ‘बिहारी टार्जन’, बिना किसी प्रोफेशनल ट्रेनिंग के अपनी जबरदस्त रफ्तार से सोशल मीडिया पर छा गए हैं। वे स्कॉर्पियो और थार जैसी गाड़ियों को भी पीछे छोड़ देते हैं।
उनका इंस्टाग्राम अकाउंट ‘राजा यादव फिटनेस’ पर 1 मिलियन से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। उनकी मेहनत को देखकर लोग उनकी तुलना उसैन बोल्ट से करने लगे हैं, जिससे उन्हें और भी प्रेरणा मिल रही है। मेहनत की अनूठी कहानी राजा यादव अपनी सफलता का श्रेय अपनी मेहनत और डेडिकेशन को देते हैं। वे रोजाना घंटों दौड़ने की प्रैक्टिस करते हैं और मानते हैं कि यही उनकी स्पीड का राज है। वे बताते हैं, “मैंने आर्मी भर्ती के दौरान दौड़ में 11 बार ‘एक्सलेंट’ दर्जा हासिल किया है।” गांव की कच्ची सड़कों पर दौड़कर उन्होंने अपनी अलग पहचान बनाई है, जो उन्हें न सिर्फ स्थानीय स्तर पर, बल्कि पूरे देश में फेमस कर रही है।