लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन दिल्ली के एम्स में हुआ।बिहार के सुपौल जिले के हुलसा गांव में 1 अक्टूबर 1952 में जन्म लेने वाली, सुखदेव ठाकुर की पुत्री,और स्वर्गीय ब्रजकिशोर की पत्नी तथा अंशुमान और वंदना की माता शारदा सिन्हा ने कल दिनांक 5-11-2024 छठ महापर्व के नहाय खाय के दिन दुनिया को अलविदा कह हमे छोड़ कर चली गई।
1974 में संगीत का करियर शुरू किया 1978 में पहली बार “उग हो सूरज देव” छठ का गाना गया था। उन्हें पद्मश्री से भी सम्मानित किया गया था। समस्तीपुर के विमेंस कॉलेज में प्रोफेसर भी थीं । छठ,विवाह,मुंडन,विदाई,श्रद्धांजलि, जैसे अवसरों के लिए भोजपुरी गीत गाकर बिहार की कोकिला कहलाती थीं।