ओडिशा के पुरी में स्थित जगन्नाथ मंदिर के चारों ओर विशाल दीवार का घेरा है. इस दीवार को ‘मेघनाद पचेरी’ कहा जाता है जिसका निर्माण 12वीं शताब्दी में हुआ था. लेकिन अब इस ऐतिहासिक दीवार में कई दरारें दिखने लगी हैं जो इसके अस्तित्व पर मंडरा रहे संकट का संकेत देती हैं. इस कारण प्रतिष्ठित मंदिर की सुरक्षा को लेकर सेवादारों और भक्तों के मन में चिंताएं पैदा हो रही हैं.
इतिहासकारों और संरक्षणवादियों के बीच भी जगन्नाथ मंदिर को घेरने वाली सदियों पुरानी दीवार की सुरक्षा को लेकर समान रूप से चिंता है. रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि जगन्नाथ मंदिर के अंदर का क्षेत्र, जिसे आनंद बाजार कहा जाता है, यहां से खराब पानी दीवारों की दरारों से रिस रहा है, जिससे इस प्राचीन संरचना को नुकसान हो रहा है. बता दें कि आनंद बाजार में भगवान जगन्नाथ के श्रद्धालुओं के लिए भोजन प्रसाद बनता है.