यहां के प्रतिनिधि ने कभी पलायन व रोजगार पर चर्चा नहीं कर क्षेत्र में बन रहे नली व नाली, पुलिया, पीसीसी आदि को ही विकास बताकर ठगने का काम किए. यह बातें रविवार को जेएलकेएम सुप्रिमो जयराम महतो सुरही में कही, अवसर था एआईएमआईएम के डुमरी विधानसभा कार्यकर्ताओं का सामूहिक इस्तीफा व जेएलकेएम में ज्वाइन करने का एआईएमआईएम छोड़कर जेएलकेएम में शामिल हुए सभी को पार्टी का पट्टी पहनाकर स्वागत किया गया. जेएलकेएम सुप्रिमो जयराम महतो ने कहा कि यह लोकतंत्र है और जब प्रतिनिधि जनता के उम्मीद पर खरा नहीं उतरे तो उन्हें बदल देना चाहिए, यह भी कहा कि यहां के लोग रोजगार के लिए प्रदेश पलायन कर रहे है, किन्तु उनके पलायन रोकने के लिए निकट बेरमो में कल कारखाना व खदान होने के बावजूद वहां काम दिलाने के दिशा में प्रतिनिधि ने पहल नहीं की है. उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन के लोग अल्पसंख्यक को वोट
बैंक समझते आ रहे है, यहीं कारण है कि राजनैतिक में अल्पसंख्यकों की भागीदारी सुनिश्चित नहीं कर रहे है. एआईएमआईएम के डुमरी विधानसभा अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दिए सफीरउदीन अंसारी, उपाध्यक्ष मजहर खान, आजाद फाइटर, अबरार आलम आदि ने कहा कि डुमरी, नावाडीह एवं चंद्रपुरा प्रखंड के सभी पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष मो शाकिर को सामूहिक इस्तीफा देते हुए जेएलकेएम में शामिल होने की घोषणा की, साथ ही कहा कि यह निर्णय उन लोगों ने एआईएमआईएम के वरीय नेताओं के गलत निर्णय लेने पर किया है. यहां कुतुबउद्दीन अंसारी, वसारत अंसारी, शह मोहम्मद अंसारी, मोहीउदीन अंसारी, फिरदौस खान, कौसर अंसारी आदि अल्पसंख्यक नेताओं ने जेएलकेएम में शामिल हुए.