आगरा के मलपुरा थाना अंतर्गत मिर्जापुर गांव में वाल्मीकि समाज की एक 8 वर्षीय मासूम के साथ दरिंदों ने दरिंदगी कर उसकी हत्या कर दी।
दरिंदों ने उस मृत बच्ची का शव बोरे में बंद करके झाड़ियों में दफना दिया।
जहां एक ओर देश दीवाली के जश्न में डूबा हुआ था, वहीं इन दरिंदों ने एक मासूम के जीवन ही अंधकार में धकेल दिया।
प्रदेश में महिला असुरक्षा चरम पर है। यहां ऐसा कोई दिन नहीं होता जिस दिन कोई न कोई मासूम किसी हैवान के हैवानियत की शिकार न हो जाये।
सत्ताभोगी बाबा को उपचुनाव से मुंह मोड़कर इस दुर्दांत घटना पर भी दो शब्द बोलना चाहिए। आखिर केवल चुनाव लड़ना ही नहीं बल्कि प्रदेश को सुव्यवस्थित करना भी उन्हीं की जिम्मेदारी है।