रामगढ़ विधानसभा में उपचुनव्वर का बिगुल बज चुका है सभी प्रत्याशी मैदान में अपने-अपने मुद्दे लेकर जनता के बीच जा रहे हैं। इसी क्रम में कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष उपेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि भाजपा के लोग जो परिवारवाद का आरोप लगा रहे हैं वह निराधार है क्योंकि भाजपा गठबंधन में शामिल जीतन राम मांझी खुद अपनी बहू को चुनावी मैदान में उतर चुके हैं। वही शकुनी चौधरी के पुत्र सम्राट चौधरी है वही रामविलास पासवान के पुत्र चिराग पासवान परिवारवाद नहीं तो यह और क्या है। इस प्रकार सभी पार्टी में परिवारवाद और वंशवाद शामिल है रामगढ़ का विकास करने वाले विकास पुरुष जगदानंद सिंह रामगढ़ को माली की तरह सींच करके विकसित किए हैं।
रामगढ़ के विकास को देखते हुए वहां भाजपा के नेता विकास नहीं वंशवाद के मुद्दे पर चुनाव लड़ रहे हैं जबकि चुनाव का मुद्दा विकास होना चाहिए। जो भी चुनावी मैदान में है वह विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ सकते हैं और उस पैमाने में अपने आप को तौल सकते हैं कि रामगढ़ का विकास जगदानंद सिंह ने कितना किए हैं। श्री सिंह ने यह भी कहा कि रामगढ़ में एक बार फिर अजीत कुमार सिंह राजद प्रत्याशी की जीत होने जा रही है। इसमें कोई शक संदेह नहीं है। बाकी लोग अपनी हार से बौखला कर अंधे हो गए हैं उन्हें विकास दिख ही नहीं रहा है सिर्फ वंशवाद का नारा लगा रहे हैं और वंशवाद का नारा लगाते रहेंगे। लेकिन आरजेडी महागठबंधन पर इसका कोई असर नहीं पढ़ने जा रहा है बल्कि राजद समर्थित महागठबंधन प्रत्याशी अजीत कुमार सिंह भारी बहुमत से चुनाव इस बार जीतकर विकास का परचम लहराएंगे।