सर्वप्रथम पाकुड़ के जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त मनीष कुमार ने सभी वरीय अधिकारियों, अन्य जिला के उपायुक्त व पुलिस अधीक्षक का स्वागत करते हुए कहा कि यह बैठक अंतर्राज्यीय व अंतर जिला की बैठक विधानसभा आम चुनाव में सुरक्षा व्यवस्था को दुरूस्त करने व शांतिपूर्ण मतदान को लेकर मुख्य रूप से आयोजित की गयी है। सीमावर्ती क्षेत्रों पर विस्तृत चर्चा करते हुए निगरानी व सुरक्षा को लेकर किए जा रहे प्रबंध के बारे में बात रखते हुए विस्तार से जानकारी साझा की गईं। जिस पर सभी जिलों के डीसी, एसपी एवं उनके प्रतिनिधियों ने आवश्यक कार्रवाई हेतु सहमति देते हुए अपनी-अपनी बात रखी। चेकपोस्ट पर विशेष निगरानी रखने की बात कही गई। बैठक के दौरान सीमा पर जांच बिंदुओं तथा सीलिंग प्वाइंट के साथ आदतन अपराधियों व निगरानी बदमाशों की सूची उपलब्ध कराए गए। इस मौके पर सीमावर्ती राज्यों के नियंत्रण कक्ष के माध्यम से सतत संपर्क बनाने व आवश्यक सूचना के आदान-प्रदान को लेकर प्रत्येक जिले में व्यवस्था बनाने की बात रखी गयी। साथ ही नक्सल विरोधी अभियान, कानून व्यवस्था एवं अपराधिक गतिविधियों के ऊपर प्रभावी नियंत्रण और अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर व्यापक चर्चा हुई। इसके अलावे बैठक के दौरान डीआईजी दुमका, उपायुक्त साहेबगंज, वीरभूम पुलिस अधीक्षक, आसनसोल पुलिस अधीक्षक, मालदा पुलिस अधीक्षक, मुर्शीदाबाद पुलिस अधीक्षक, कटिहार पुलिस अधीक्षक, भागलपुर पुलिस अधीक्षक वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से बैठक में शामिल हुए। बैठक में सीमावर्ती वाले इलाकों में पड़ने वाले बूथों पर विशेष चौकसी बरतने, चेकनाका पर विशेष चेकिंग अभियान चलाने, बॉर्डर वाले जंगली क्षेत्रों में संयुक्त रूप से एलआरपी चलाने, सूचनाओं का आदान प्रदान करने सहित कई बिन्दुओं पर विस्तृत चर्चा की गई। साथ ही वैसे अपराधियों की सूची का आदान प्रदान किया गया जो अपराध एक राज्य के क्षेत्र में कर
दूसरे राज्य में भागे हुए हैं। वैसे अपराधियों को गिरफ्तार करने को लेकर अभियान चलाने का भी निर्णय लिया गया। इसके अलावा विधानसभा आम चुनाव को लेकर सीमावर्ती क्षेत्रों की सुरक्षा व्यवस्था पर बिन्दूवार चर्चा की गयी, ताकि विधि व्यवस्था और सुरक्षा व्यवस्था के व्यापक इंतजाम किये जा सके। चुनाव के दरम्यान विभिन्न सीमावर्ती जिलों के बॉर्डर पर क्या समस्याएं है एवं इसके निदान पर बिन्दूवार चर्चा करते हुए सीमावर्ती इलाकों में विशेष चौकसी भी बरती जाएगी। इसके अलावे चुनाव के दौरान अशांति फैलाने वाले असमाजिक तत्वों पर सयुंक्त रूप से कार्रवाई की जाने की बात कही गयी। आगे चेकपोस्टों पर सीसीटीवी कैमरें का अधिष्ठापन व एकसाइज चेकपोस्ट बनाये जाने के अलावा नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम के साथ नकस्लियों गतिविधियों पर पैनी नजर रखने पर विस्तृत चर्चा की गयी। बैठक के दौरान संथाल परगना आयुक्त लालचन्द डाडेल ने कहा कि सोशल मीडिया निगरानी के अलावा संचार की व्यवस्था के साथ आपसी समन्वय स्थापित करते हुए कार्य करने की बात कही। इसके अलावे उन्होंने बिहार राज्य में शराब बंदी के मद्देनजर आवश्यक कार्रवाई करने की बात कही। साथ हीं उन्होंने नषीली पदार्थ व जाली नोट जैसे तस्करी पर सख्ती से निपटने की बात कही। साथ ही अपराधियों व अभियुक्तों के सीमावर्ती दूसरे जिले में आवागमन पर रोक के साथ ऐसे असामाजिक तत्वों का ब्यौरा साझा करने की बात कही गयी। इसके अलावा मतदान के 48 घंटा पूर्व से हीं चुनाव क्षेत्र में बाहरी मतदाता एवं बाहरी नेता को क्षेत्र से बाहर रखने के साथ साथ बॉडर सिलिंग पर चर्चा की गयी। इसके अलावे विधानसभा चुनाव के दरम्यान सोषल मीडिया पर विशेष निगरानी के साथ शांतिपूर्ण व भयमुक्त वातारण में चुनाव सम्पन्न कराने को लेकर विभिन्न बिन्दुओं पर चर्चा की गयी, ताकि शांतिपूर्ण, निष्पक्ष व भयमुक्त माहौल में निर्वाचन से जुड़े कार्यों को सम्पन्न कराया जा सके। अंततः आयुक्त महोदय ने एक डिस्ट्रिक आईकान, पांच कैम्पस एबेसडर को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया तथा सभी उपस्थित लोगों को मतदान करने हेतु शपथ ग्रहण कराया गया। उपायुक्त जामताड़ा, उपायुक्त पाकुड़, पुलिस अधीक्षक, जामताड़ा, पुलिस अधीक्षक, साहेबगंज, पुलिस अधीक्षक, पाकुड़, परियोजना निदेशक, आईटीडीए दुमका, उप विकास आयुक्त, पाकुड़, परियोजना निदेशक, आईटीडीए पाकुड़ संबंधित विभागों के अधिकारी, पुलिस पदाधिकारी आदि उपस्थित थे ।