असम में बांग्लादेशी मिया मुस्लिमों के एक समूह ने हाल ही में एक रैली आयोजित की, जिसमें उन्होंने अलग देश की मांग की और ‘आज़ादी’ के नारे लगाए, जो उनकी असम या भारत से स्वतंत्रता की इच्छा को दर्शाता है। यह रैली असम की संवेदनशील राजनीतिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए एक विवादास्पद और संवेदनशील घटना थी, क्योंकि असम में बांग्लादेशी
मिया मुस्लिमों का बड़ा समुदाय है और इस प्रकार के प्रदर्शन सामाजिक और राजनीतिक असंतोष को बढ़ावा दे सकते हैं। असम पुलिस द्वारा उनका तत्काल उपचार किया गया, ताकि कोई हिंसात्मक स्थिति उत्पन्न न हो। रैली में शामिल अधिकांश लोग पुलिस की कार्रवाई के बाद अपने ‘आज़ादी’ के नारे के साथ बिना सिर वाले मुर्गे की तरह भाग गए, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि उनका नेतृत्व कमजोर था और वे बिना किसी उद्देश्य के भाग खड़े हुए।