एडटेक कंपनी बायजूस , जो 2022 तक 22 अरब डॉलर की वैल्यूएशन पर थी, अब शून्य की स्थिति में पहुंच चुकी है। इसके संस्थापक, बायजू रवींद्रन ने बताया कि 2023 में तीन प्रमुख निवेशकों—प्रोसस, पीक XV पार्टनर्स और चैन जुकरबर्ग इनिशिएटिव—के बोर्ड से एक साथ इस्तीफा देने से कंपनी को फंड जुटाने में मुश्किलें आईं, जिससे कंपनी आर्थिक संकट में फंस गई। रवींद्रन ने कहा कि इन निवेशकों ने बदलाव या पुनर्गठन की योजना बनाने के बजाय इस्तीफा देकर कंपनी को गहरे संकट में धकेल दिया।
रवींद्रन ने यह भी बताया कि अमेरिकी कर्जदाताओं से 1.2 अरब डॉलर का टर्म लोन, जिसे कंपनी के विकास पर खर्च किया गया था, और BCCI से डील के बाद विवादों ने हालात और बिगाड़ दिए। इसके बाद निवेशकों ने कंपनी छोड़ना शुरू कर दिया और नकदी संकट के कारण कंपनी बर्बाद हो गई। बायजूस ने एक राइट्स इश्यू पेश किया था, लेकिन निवेशकों ने इसे मिसमैनेजमेंट का आरोप लगाते हुए नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल में चुनौती दी थी। 2011 में स्थापित बायजूस ने कोरोना काल में बड़ी सफलता हासिल की थी, लेकिन अब यह पूरी तरह से आर्थिक संकट में है।