शारदीय नवरात्र की शुरुआत 3 अक्टूबर से हो चुकी है. नवरात्र में देवी के नौ रूपों की पूजा की जाती है, और भक्त अपनी-अपनी आस्था से माता को खुश करने में लगे हैं. कई भक्त कई तरह से माता पर आस्था दिखाते हैं तो कुछ ऐसे भी भक्त है जो पूरे 9 दिनों तक माता की आराधना में लीन रहते हैं. ऐसा ही एक भक्त देखने को मिला है, जो मुंगेर जिले के असरगंज की सीमा पर कमराएं गांव स्थित हैं। मां दुर्गा मंदिर में 24 घंटे सीने पर कलश रखकर साधना कर रहे हैं। मंदिर के संरक्षक डॉ मुकेश सिंह ने बताया कि नवरात्रि के प्रथम पूजा के दिन पंडितों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ 31 वर्षीय विश्वजीत कुमार सिंह ने सीने पर कलश स्थापित कराया है। विश्वजीत कुमार बांका अंतर्गत शंभूगंज थाना क्षेत्र के चटमाडीह
निवासी रंजीत प्रसाद सिंह के बेटे हैं। उनकी बहन राजश्री सिंह की शादी कमराय गांव में हुई है। विश्वजीत की कठोर साधना को देखने के लिए आसपास के गांव साहित्य अन्य जगहों के लोग पहुंच रहे हैं।वही विश्वजीत की पत्नी अवंतिका देवी ने कहा कि पूरे नौ दिनों तक किसी भी प्रकार का आहार नहीं लेते है। केवल चेहरा को तुलसी और गंगाजल से पोछा जाता है। मंदिर के एक सेवक ने बताया कि नवरात्रि के अवसर विश्वजीत कुमार दूसरी साल मां के दरवार में सीने पर कलश स्थापित कराई गई है, और तीन साल करवायेंगे। उनकी आस्था और साधना पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना है।