वन्य प्राणी संरक्षण के नाम पर आते हैं करोड़ों रुपए I

माखन नगर
राकेश नायक की रिपोर्ट

वन्य प्राणी संरक्षण के नाम पर आते हैं करोड़ों रुपए
शिकायत करने वालों को किया जाता है प्रताड़ित

सतपुड़ा टाइगर रिजर्व बफर में चल रही अनियमितताओं को लेकर आप कितनी भी शिकायत कर लें लेकिन शिकायत करने वाले, आवाज उठाने वालों को गंभीर रूप से प्रताड़ित करते हैं… ऐसा ही मामला सीता डोंगरी के विस्थापित ग्रामीण अयोध्या प्रसाद यादव का है, जहां यादव ने मीडिया को बताया की उन्हें ढूंढी भाजी पानी गांव से विस्थापित किया गया है, शासन की सभी प्रक्रियाओं को मेरे द्वारा पूर्ण किया गया था, और खाते में 1500000 रुपए भी डाले गए थे मगर बफर के रेंजर भूरा गायकवाड द्वारा मेरे पीछे हाथ धोकर लगे हैं, कि मुझे रिश्वत के रुपए चाहिए… यादव ने बताया की रेंजर भूरा गायकवाड उन्हें धमकी दे रहा है की तू मेरी कहीं भी शिकायत कर दे सब लोग मेरे हैं, मेरा कुछ नहीं होने वाला.. जांच का विषय यह भी है की ग्रामीण चीख चिल्लाकर प्रशासन एवम आला अधिकारियों को बता रहा है कि मेरे साथ गलत किया जा रहा है मैंने रेंजर गायकवाड को पैसे नहीं दिए तो वह मुझे अपात्र करने की साजिश रच रहे है, मेरे बैंक खातों पर मिलीभगत करके रोक लगा दी गई है, यह रोक हटाई जाए… सतपुड़ा टाइगर रिजर्व और बफर में अधिकारियों कर्मचारियों की ड्यूटी शुरू होती है और वही सेवा समाप्त होती है क्योंकि सतपुड़ा टाइगर रिजर्व वन्य प्राणी संरक्षण के नाम पर करोड़ों रुपए आते हैं ,कोई भी इन क्षेत्रों को छोड़ना नहीं चाहता… अयोध्या प्रसाद यादव ग्राम सीता डोंगरी सहित गांव के लोगों ने कहा की यह कैसी व्यवस्था है, कैसा प्रशासन है, वहीं उन्होने कहा कि अयोध्या प्रसाद के वीडियो जरूर देखें, इन वीडियो को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें जिससे विस्थापित ज्ञानगढ़ यादव को न्याय मिल सके और फर्जीवाड़ा करने वाले अधिकारियों पर तुरंत कार्रवाई हो सके।।

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