केंदा कोलियरी का घेराव:भू धसान प्रभावितों की पुनर्वास की मांग!

केंदा कोलियरी का घेराव:भू धसान प्रभावितों की पुनर्वास की मांग!

ईसीएल केंदा एरिया अंतर्गत न्यू केंदा कोलियरी एजेंट कार्यालय का घेराव भू धसान प्रभावित लोगों को पुनर्वास करने की मांग करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया गया।केंदा ग्राम बचाओ कमिटी के बैनर तले हजारों की संख्या में ग्रामीण सुबह 10 बजे से न्यू केंदा एजेंट कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।इस दौरान बारिश में भींगकर भी लोग प्रदर्शन में शामिल हुए तथा पुनर्वास की मांग करते रहे।विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे पश्चिम बंग बाउरी समाज शिक्षा समिति के राज्य अध्यक्ष सीमांतो बाउरी ने कहा की ईसीएल द्वारा केंदा के खतरनाक चिन्हित इलाको के लोगों की पुनर्वास की व्यवस्था ईसीएल प्रबंधन की तत्काल करनी होगी।इसके साथ ही धसान प्रभावित लोगों की क्षतिपुरन तथा उचित मुवाबजा देने की भी व्यवस्था ईसीएल प्रबंधन की करनी होगी।उन्होंने कहा की डीजीएमएस(डायरेक्टर जनरल ऑफ माइंस सेफ्टी) द्वारा वर्ष 1997 से ही केंदा क्षेत्र को सबसे डेंजर जोन के रूप में चिन्हित किया गया है बावजूद इसके ईसीएल प्रबंधन यहां के लोगों को पुनर्वास करने में कोताही बरत रही है।उन्होंने कहा की रानीगंज कोयलांचल इलाका के लगभग दो लाख लोगों को कोल इंडिया के आर एंड आर पॉलिसी 2012 के तहत पुनर्वासित करने तथा उचित मुआवजा देना होगा।

वही जब तक धसान प्रभावित लोगों को उनका हक नहीं मिल जाता आंदोलन जारी रहेगा।विरोध प्रदर्शन के दौरान पश्चिम बंग ग्वाला समाज के राज्य अधक्ष्य नयन गोप ने कहा की केंदा क्षेत्र में दर्जनों बार भू धसान,आग तथा धुवां निकलने की घटना घटित हो चुकी है लेकिन ईसीएल प्रबंधन केवल कोयला उत्पादन पर ध्यान केंद्रित किए हुए।उन्होंने कहा की धनबाद तथा सीतारामपुर डीजीएमएस द्वारा केंदा इलाके को अति खतरनाक क्षेत्र के रूप में चिन्हित करने के बावजूद ईसीएल द्वारा लोगों की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।वही ईसीएल प्रबंधन की लापरवाही का परिणाम है की ग्रामीण भू धसान,आग की समस्या के साथ साथ जहरीली मिथेन गैस का शिकार होकर बीमारी से मर रहे है।उन्होंने कहा की ईसीएल प्रबंधन की तानाशाही रवैया के खिलाफ जरूरत पड़ने पर आगामी दिनों और वृद्ध आंदोलन किया जाएगा।इस दौरान भुइया समाज उत्थान समिति के सिंटू भुइया ने कहा की ईसीएल प्रबंधन से केवल एक ही मांग है की भू धसान प्रभावित लोगों की जल्द से जल्द पुनर्वासित करने की व्यवस्था किया जाए।उन्होंने कहा की भू धसान,आग से प्रभावित लोगों को पुनर्वास करने के साथ साथ उनके जान माला के नुकसान का उचित मुआवजा ईसीएल प्रबंधन की जल्द से जल्द मुहया करना होगा अन्यथा आगामी दिनों और वृहद आंदोलन किया जाएगा।इस दौरान सीमांतो बाउरी,नयन गोप,सिंटू भुइया,तापस गोप,मनोरंजन बाध्यकर,आकाश बाउरी,मोहित बाध्यकर आदि प्रमुख सहित हजारों की संख्या में महिला पुरूष मौजूद थे।

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