तिरुपति मंदिर के प्रसाद (लड्डू) में मिलावट के मुद्दे पर देशभर में जमकर राजनीति हो रही है. लड्डू में मिलावट का मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है. लेकिन ऐसा लगता है कि भगवान वेंकटेश्वर के प्रसादम् में लोगों की आस्था पहले की तरह कायम है. तिरुपति मंदिर में लड्डू की बिक्री इस बात की गवाही दे रही है. लड्डू में मिलावट की खबर सामने आने के बाद भी बिक्री में कोई खास फर्क नहीं देखने को मिला है. बीते 4 दिनों में लगभग 14 लाख लड्डू की बिक्री हुई है. लड्डू बनाने में रोजाना 15 टन गाय के घी का इस्तेमाल “तिरुपति
बालाजी मंदिर का प्रसिद्ध लड्डू प्रसाद एक बार फिर चर्चा में है। बीते 4 दिनों में 14 लाख लड्डू बेचे गए, लेकिन इन लड्डुओं में मिलावट के आरोप ने लोगों को हैरान कर दिया है।””आरोप है कि लड्डुओं में जानवरों की चर्बी और मछली के तेल का इस्तेमाल किया जा रहा है। यह खबर भक्तों के बीच आक्रोश का कारण बनी है।””मंदिर प्रशासन ने इन आरोपों को निराधार बताया है और कहा कि मामले की जांच की जा रही है।””आस्था के प्रतीक इस प्रसाद पर लगे आरोप सच हैं या महज अफवाह, इसका खुलासा जांच के बाद ही हो सकेगा।”