सिंघारन नदी बेहद प्राचीन नदी है तथा यह नदी जामुड़िया से शुरू होकर अंडाल होते हुए दामोदर तक बहती है।वही वर्तमान समय में जामुड़िया के निजी फैक्ट्री द्वारा सिंघारन नदी की गति को विलुप्त करने का आरोप इकडा गांव के ग्रामीणों द्वारा बार बार लगाया जा रहा है।पहले यह नदी बीस फीट चौड़ी थी और नदी का पानी साफ होता था तथा नदी में मछलियाँ देखी जा सकती थीं।सिंघारन नदी की समस्या को लेकर गुरुवार शाम को जामुड़िया थाना के सभागार में इकडा औद्योगिक क्षेत्र के इकडा ग्राम सुरक्षा समितियों के पदाधकरियो और जामुड़िया पुलिस स्टेशन की पुलिस के साथ एक बैठक आयोजित की गई।बैठक में नदी की रक्षा को लेकर विस्तार से चर्चा किया गया।
बैठक के विषय में इकडा ग्राम रक्षा कमिटी की ओर से ग्रामीण भैरव चटर्जी ने बताया कि पिछले तीन दिनों लगातार बारिश हुई थी उसकी वजह जामुड़िया के इकडा शमशान और काली मंदिर में पानी भर गया था।उन्होंने कहा कि सिंघारन नदी के किनारे गगन फेरोटेक,श्याम सेल,आरआईसी,बर्न स्टील जैसी कंपनियां है जिनकी वजह से नदी इतनी संकरी हो गई है की बारिश में जल भराव हो जाता है।उन्होंने कहा कि जामुड़िया थाना के प्रभारी की मध्यस्थता में जो बैठक हुई वह काफी सकारात्मक हुई और ग्रामीणों को पूरा भरोसा है कि अब इस समस्या का समाधान होगा।उन्होंने कहा कि बैठक का मुख्य उद्देश नदी को पहले जैसा चौड़ा करवाना है।इस विषय ने गगन फेरोटेच कंपनी के अधिकारी निरंजन गौरीसरिया ने कहा की प्राकृतिक आपदा की वजह से यह समस्या उत्पन्न हुई थी।बैठक काफी सकारात्मक हुई तथा जल्द ही इस समस्या का समाधान निकल जाएगा।बैठक के दौरान जामुड़िया थाना प्रभारी राजशेखर मुखर्जी,जामुड़िया स्टिल इंडस्ट्री के अधक्ष पवन मवांडिया,अलोक मिश्रा,संजीव राय,आशुतोष चौधरी,निरंजन गौरीसरिया आदि प्रमुख उपस्थित थे।