नबाद, 09 सितंबर, 2024 – आज सीएसआईआर-केंद्रीय खनन एवं ईंधन अनुसंधान संस्थान, धनबाद के बरवा रोड स्थित सभागार में अपराह्न 3.30 बजे हिंदी सप्ताह दिनांक 02- 09 सितंबर, 2024 का समापन समारोह आयोजित किया गया। संस्थान के निदेशक, प्रोफेसर अरविंद कुमार मिश्रा ने अपने संबोधन में कहा कि हिंदी हमारे राष्ट्र की भाषा है, हमारी आत्मा है। इसके द्वारा हमारी संस्कृति की झलक मिलती है और हमें अपने बच्चों में भी हिंदी के प्रति रूचि पैदा करने की जरूरत है। हिंदी का जो स्थान भारत में होना चाहिए था, वो उसे आज तक नहीं मिल पाया। हिंदी भाषा का प्रयोग करना बहुत आसान है, जैसा हम उच्चारण करते हैं, वैसा ही लिखा जाता है, जो अंग्रेजी भाषा में नहीं है। हम प्रेम और गुस्सा दोनों ही मातृभाषा में व्यक्त करते हैं। अगर हिंदी कम होने लगेगी तो हमारी संस्कृति भी नहीं बचेगी। अतः हमें इसे अधिक से अधिक आत्मसात करना चाहिए। यह हिंदी केवल हिंदी सप्ताह या पखवाड़ा तक ही सीमित ना रहे बल्कि यह प्रतिदिन हमारे कार्यालय के कामकाज का हिस्सा होना चाहिए। हम वैज्ञानिक आलेख भी हिंदी भाषा में प्रकाशित करने के लिए प्रयास कर सकते हैं और वर्तमान में उपलब्ध तकनीक की सहायता से ऐसा कर पाना पहले से अब ज़्यादा सहज होता जा रहा है। संस्थान के उत्कृष्ट वैज्ञानिक, डॉ. प्रदीप कुमार बैनर्जी ने कहा कि भाषा व्यक्ति के परिचय को दर्शाती है।
वह उसकी पहचान, संस्कृति, सभ्यता को बताती है। प्रत्येक राष्ट्र की अपनी भाषा होती है, जिसमें वह राष्ट्र अपनी सांस्कृतिक विरासत, सभ्यता, विचारों, मूल्यों, दर्शनों, जीवन शैलियों को परिभाषित तरीके से व्यक्त करता है। हिंदी हमारे राष्ट्र की भाषा है और विदेशों में यह हमारी पहचान है। जैसा कि दूसरे देश फ्रांस, स्पेन, इंग्लैंड, चीन, जापान, जर्मनी, रूस, अरब आदि देश अपनी पहचान अपनी भाषा में व्यक्त करते हैं। संस्थान के प्रशासन नियंत्रक सह राजभाषा अधिकारी, श्री आलोक जी विभिन्न प्रतियोगिताओं में सफल प्रतिभागियों के नाम की घोषणा की और कार्यक्रम के आयोजन में सहयोग करने वालों का धन्यवाद किया। श्री शम्भूशरण मंडल, प्रशासनिक अधिकारी ने मंच का संचालन किया। संस्थान के प्रशासनिक अधिकारी सह राजभाषा प्रभारी श्री कुमार राहुल और हिंदी अधिकारी साहाना चौधुरी एवं अनिमा महतो ने हिंदी सप्ताह के दौरान आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों का समन्वयन किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया। प्रस्तुत है पंकज सिन्हा की रिपोर्ट धनबाद के सिंफर से।