बिहार में सियासी हलचल एक बार फिर तेज हो गई है। सोशल मीडिया पर यह सवाल छाया हुआ है: क्या बिहार में सियासी फेरबदल होने वाला है? क्या नीतीश कुमार और भाजपा की दोस्ती टूटने वाली है? ये सवाल तब उभरे जब 4 सितंबर 2024 को पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अचानक मुलाकात हुई। इस मुलाकात के बाद, पटना से दिल्ली तक अफवाहों का बाजार गर्म हो गया है और सियासी भूचाल जैसी स्थिति बनती दिख रही है। तेजस्वी यादव ने मीडिया के सामने स्पष्ट किया कि उनकी मुलाकात का उद्देश्य
कोई बड़ा सियासी बदलाव नहीं था। उन्होंने बताया कि यह मुलाकात राज्य के विकास और मौजूदा मुद्दों पर चर्चा के लिए थी, और इसमें कोई राजनीतिक इरादा नहीं था। फिलहाल, तेजस्वी यादव के बयान ने कुछ हद तक सियासी अटकलों को ठंडा किया है। लेकिन बिहार की राजनीति में संभावित फेरबदल की चर्चाएँ अभी भी जारी हैं।