जाको राखे साइयां,मार सके न कोय वाली कहावत आज सुबह तोपचांची प्रखंड अंतर्गत भुइयां चितरो पंचायत के चिराबादी में उस समय चरितार्थ हुई जब एक घर भरभरा कर गिर पड़ा,अगर यह घर रात के समय गिरता तो किसी बड़े हादसे से इंकार नहीं किया जा सकता था. भुक्तभोगी तबस्सुम आरा ने बताया कि आज सुबह लगभग साढ़े सात बजे वह अपने बच्चों के साथ नाश्ता बना रही थी तभी पिछले भाग का कमरा अचानक गिर पड़ा,घर गिरते देख वह अपने बच्चों को लेकर घर से बाहर निकली और शोर मचाने लगी,हालांकि घर में रखे घरेलू सामान और मुर्गियां दब गई. महिला ने बताया कि हमारी सास बीमार रहती है जो अपने रिश्तेदार यहां गई है,अगर वह रहती तो कोई घटना घट सकती थी.
घटना के बाद ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई,सूचना मिलने पर पंचायत मुखिया प्रतिनिधि अजमत अंसारी मौके पर पहुंचे और मामले की जानकारी ली. उन्होंने बताया कि महिला द्वारा अबुआ आवास के लिए पिछले साल आवेदन दिया गया था लेकिन किसी तरह इसका नाम कट गया जो गलत है. वहीं ग्रामीणों का कहना है कि महिला आवास के लिए इधर से उधर भटक रही है लेकिन उसकी सुध लेने वाला कोई अधिकारी नहीं है.