धनबाद, 28 अगस्त, 2024: सिंदरी (धनबाद) – बीआईटी सिंदरी की IEEE छात्र शाखा ने विद्युत अभियंत्रण विभाग के सहयोग से ‘ऊर्जा अनुसंधान और स्थिरता’ पर एक दिवसीय सेमिनार आयोजित किया। इस सेमिनार का उद्देश्य वैश्विक ऊर्जा चुनौतियों के समाधान में स्थायी ऊर्जा प्रथाओं के महत्व को उजागर करना था। यह सेमिनार ऑनलाइन मोड में आयोजित किया गया, जिसमें डॉ. एस. के. रमेश, IEEE फेलो और कैलिफोर्निया स्टेट यूनिवर्सिटी, नॉर्थरिज के इलेक्ट्रिकल और कंप्यूटर इंजीनियरिंग के प्रोफेसर, मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए । डॉ. रमेश ने ऊर्जा अनुसंधान और स्थिरता की भूमिका पर एक प्रभावशाली प्रस्तुति दी, जिसमें उन्होंने ऊर्जा उत्पादन, वितरण और खपत में अनुसंधान की अनिवार्यता को रेखांकित किया। उन्होंने कैलिफोर्निया स्टेट यूनिवर्सिटी में चल रहे ‘सिक्योर फॉर स्टूडेंट’ कार्यक्रम की जानकारी भी साझा की, जिसका
उद्देश्य छात्रों को ऊर्जा अनुसंधान में संलग्न करना और स्थायी ऊर्जा प्रथाओं को बढ़ावा देना है। कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए, विद्युत अभियंत्रण विभाग के प्रमुख डॉ. मुo अबुल कलाम ने विभाग की पहलों पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने और आर्थिक स्थिरता को बढ़ावा देने में स्थायी ऊर्जा समाधानों के महत्व पर जोर दिया। यह सेमिनार शोधकर्ताओं, उद्योग पेशेवरों और छात्रों के बीच ज्ञान विनिमय और सहयोग को प्रोत्साहित करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच साबित हुआ। बीआईटी सिंदरी के विद्युत अभियंत्रण विभाग ने इस कार्यक्रम के माध्यम से ऊर्जा स्थिरता के क्षेत्र में अनुसंधान और नवाचार को आगे बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता को सुदृढ़ किया। अन्य प्रतिष्ठित संकाय सदस्यों, जैसे कि प्रो. रेखा झा, प्रोo प्रवीण कुमार, डॉ. दीपेश कुमार, प्रोo राहुल कुमार, और प्रोo राकेश रोहन ने ऊर्जा अनुसंधान में नवीनतम रुझानों और चुनौतियों पर चर्चा की। कार्यक्रम के अंत में IEEE छात्र शाखा के कोउन्सेल्लर, डॉ. अमित कुमार चौधरी ने ऊर्जा अनुसंधान में अंतरविभागीय सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया। बीआईटी सिंदरी इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में अनुसंधान और नवाचार को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध है।”