चकाई थाना के रहने बाली गिरजा देवी पति प्रमेश्वर साह ने अपोलों हॉस्पिटल पर गम्भीर आरोप लगाया कि अपोलों हॉस्पिटल के डाक्टर ने बच्चेदानी का आपरेशन किया लेकिन पेशाव का रास्ता बन्द कर दिया, जबकि जबकि गिरजा देवी का मौत कही और हो गई थी, मृतक के पति पुनः आये अपोलो हॉस्पिटल इसलिए कि पत्नी मर जाने के बाद छोटे छोटे बच्चे हैं कुछ मुआवजा मिल जाय तो भरणपोषण हो जाय, क्योकि गलती तो किया डाक्टर, मेरा गलत मनसा नही था, इस अस्पताल प्रबंधन ने मिडिया के साथ बातचीत में सारे आरोपो का खंडन किया, मरीज गिरजा देवी का आपरेशन होने के बाद पेशाव ठिक से हो रहा था, मरीज को सिने में भी बिमारी था, गिरजा देवी,आयुवेर्दिक दवा के साथ शराब का सेवन करती थी,
मरीज को खुन की कमी था, अन्य चिजें छुपाई गई, परिजन सपोर्ट नही किया, मरीज को डाक्टर हर्षवर्धन के यहां भी ईलाज करवाया, परिजन पुनः पटना मरीज को ले गया ईलाज को लिए, मतलब कई जगह ईलाज करवाया गया मरीज का और आरोप लग रहा अपोलो हॉस्पिटल पर, सवाल यह है कि, जब मरीज का पेशाव का रास्ता आपरेशन के द्वारा बन्द कर दिया गया तो फिर 10 दिनों तक जिन्दा कैसे रही इधर आरोप लगने के बाद डाक्टर निरज साह ने गिरजा देवी को अपने हॉस्पिटल आने का एवं परिजन द्वारा रुपया बसूलने का खंडन किया, एवं सही चीज एवं हॉस्पिटल आकर जानकारी ले तब जाकर लिखें, अब ऐसे में कोई कुछ लिख दे, आरोप लगा दे यह सही नही है, हाँस्पिटल प्रबंधन ने क्या कहा एवं पिडिता पत्ती ने क्या कहा देखें पूरी खबर सच्चाई तक