बनारस रेल इंजन कारखाना की सुरक्षा व्यवस्था संभालने वाले रेलवे सुरक्षा बल के 200 जवान जन्माष्टमी धूमधाम से मनाते हैं। पिछले डेढ़ दशक से जन्माष्टमी मनाने वाले आरपीएफ जवान अपनी एक दिन की सैलरी तक दान कर देते हैं। खास बात ये है कि कान्हा के जन्म के साथ ही उनकी छठी भी मनाई जाती है। इस साल भी जन्माष्टमी की तैयारियों में जवान जुटे हैं। जन्माष्टमी की तैयारियों और कार्यक्रम को संचालित करने वाले आरपीएफ सीआईबी विंग के हेड कांस्टेबल संगम गौड़ बताते हैं कि जब से बरेका में आरपीएफ का गठन हुआ, तब से जन्माष्टमी मनाई जाती है।
वर्ष 2011 से लगातार जन्माष्टमी मनाते आ रहे हैं। इसमें बरेका आरपीएफ के अधिकारी और सभी जवान अपना योगदान देते हैं। किसी से कोई मांग या किसी तरह का चंदा नहीं लिया जाता है। सभी जवान इच्छानुसार अपनी-अपनी क्षमता के अनुसार योगदान करते हैं। कोई एक दिन की सैलरी तक भी दान कर देता है। जन्माष्टमी कार्यक्रम और फिर प्रसाद वितरण का आयोजन होता है। कान्हा के जन्म के छठवें दिन छठी भी मनाई जाती है। एक मात्र आरपीएफ ही यह मनाती है।