भारत का पहला रीयूजेबल हाइब्रिड रॉकेट, RHUMI-1, आज यानी 24 अगस्त को चेन्नई के तट से सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया। इसे स्पेस जोन इंडिया और मार्टिन ग्रुप ने मिलकर विकसित किया है। इस रॉकेट में 3 क्यूब सैटेलाइट और 50 PICO सैटेलाइट्स को सब-ऑर्बिटल ट्रैजेक्टरी में छोड़ा गया है, जो ग्लोबल वॉर्मिंग और जलवायु परिवर्तन पर डेटा संकलित करेंगे। RHUMI-1 में जेनेरिक-फ्यूल आधारित हाइब्रिड मोटर और इलेक्ट्रिकली ट्रिगर्ड पैराशूट डेप्लॉयर शामिल हैं।
यानी सैटेलाइट को छोड़ने के बाद रॉकेट पैराशूट की मदद से वापस नीचे आ जाएगा. इसमें पाइरोटेक्निक का उपयोग नहीं किया गया है। इस मिशन की अगुवाई आनंद मेगालिंगम ने की, जिन्होंने डॉ. एम. अन्नादुरई से मार्गदर्शन लिया। रॉकेट में लिक्विड और सॉलिड फ्यूल प्रोपेलेंट सिस्टम है, जिससे ऑपरेशनल लागत कम और क्षमता बढ़ाई जा सकती है। RHUMI-1 का कुल वजन 80 किलोग्राम है, जिसमें 70 फीसदी हिस्सा रीयूजेबल है। स्पेस जोन इंडिया, एयरो-टेक्नोलॉजी कंपनी, इसरो सैटेलाइट सेंटर की सहायता से कम लागत में उच्च तकनीक प्रदान करना चाहती है।