बर्दवान जिले के बर्दवान सदर थाना इलाके के नंदूर झापानतला में एक आदिवासी युवती की गला काट कर की गई नृशंस हत्या के विरोध में और कोलकाता के आर.जी कर मेडिकल छात्र के न्याय की मांग को लेकर पश्चिम बर्दवान जिला दिशाम आदिवासी गांवटा समिति की ओर से गुरुवार को रानीगंज मे एक विशाल रैली निकाली गई। यह रैली रानीगंज रेलवे मैदान से शुरू होकर एनएस बी रोड होते हुए शिशुबागान मोड़ तक पहुंची। इस रैली में बड़ी संख्या आदिवासी समाज के लोग शामिल हुए। इस मौके पर दिशाम आदिवासी गांवटा के सदस्य सीमा माड्डी, बुबूब हसदा, सुकू मुर्मू, सैलामान माड्डी समेत अन्य लोग मौजूद थे।
प्रदर्शनकारियों ने हाथों में बैनर, पोस्टर के साथ पारंपरिक तीर-धनुष लेकर विरोध जताया। इस घटना को लेकर आदिवासी समाज में व्यापक आक्रोश है और उनकी मांग है कि पूर्वी बर्दवान जिले में आदिवासी लड़की की हत्या के दोषियों को गिरफ्तार किया जाए और उन्हें फांसी दी जाए। संगठन ने यह भी कहा कि पश्चिम बंगाल में अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई में पक्षपात किया जाता है, जो दुखद है। कोलकाता में जो घटना हुई और जिस तरह से राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, जो स्वयं एक महिला हैं, इस पर गोल-मटोल राजनीति कर रही हैं, वह निंदनीय है। शक्ति गढ़ के नंदूर में एक अन्य आदिवासी महिला की हत्या को भी दबाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन आदिवासी समाज को न्याय चाहिए, अन्यथा वे अपने आंदोलन को और तेज करेंगे।