निजीकरण और ठेकेदारी व्यवस्था से ठेकेदारों की चांदी। कर रहें हैं मनमानी। जी हां कांट्रेक्टर के अधीन काम कर रहे कर्मचारियों की हालत खराब है उनका ठेकेदारों के द्वारा जबरदस्त शोषण किया जा रहा है करार तनख्वाह से कम तनख्वाह दिया जाता है वो भी समय पर नहीं दिया जाता है। जी हां ऐसा होना कोई नई बात नहीं है झारखंड सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम राशि भी समय पर तनख्वाह के रूप मे भुगतान नहीं किया जा रहा है
ऐसा ही एक मामला को लेकर धनबाद के पी के राय और एस एस एल एन टी कॉलेज के कुछ कर्मचारी धनबाद के लेबर सुप्रीटेंडेंट के पास शिकायत करने पहुंचे लैबर सुप्रीडेंट ,परवीन कुमार ने उनकी शिकायत को गंभीरता से लेते हुए त्वरित कार्रवाई करते हुए ठेकेदार प्रशांत शर्मा से बात कर जल्द मामले को सुलझाने को कहा। धनबाद में ये कोई नई बात नहीं है लगभग हर आउटसोर्सिंग में इसी तरह कार्यरत कर्मचारियों का शोषण किया जा रहा है। कितने लोग तो नौकरी से हटाए जाने के डर से आवाज भी नही उठा पाते हैं प्रस्तुत है पंकज सिन्हा की रिपोर्ट धनबाद के employment एक्सचेंज कार्यालय से।