हैवानियत का कोई धर्म, मजहब या देश नहीं होता. महिलाओं और लड़कियों के साथ क्रूरता किसी भी देश में, कभी भी, किसी भी समय हो सकती है. झूठ ही आतंकवाद बदनाम है, लड़कियों के साथ होने वाला यौन शोषण भी उसके लिए किसी आतंक से कम नहीं. ऐसी ही एक घटना पड़ोसी देश पाकिस्तान से सामने आई है जहां एक बेल्जियम महिला के साथ पांच दिनों तक कथित तौर पर यौन उत्पीड़न के बाद इस्लामाबाद के जी-6 क्षेत्र में छोड़ दिया गया. पीड़िता के बयान के मुताबिक 6 लोगों ने 5 दिनों तक गैंगरेप किया. पुलिस को जब विदेशी नागरिक मिली तो उसके हाथ-पैर बंधे हुए थे और अज्ञात लोग उसे छोड़कर भाग गए. शुरुआती बयान में 28 साल की पीड़िता ने बताया कि उसके साथ लगातार पांच दिनों तक यौन हिंसा की गई. पुलिस ने उसे मेडिकल जांच के लिए पॉलीक्लिनिक अस्पताल में भर्ती कराया है.
इस बीच, पुलिस सूत्रों के अनुसार, पीड़िता द्वारा अपराधी की पहचान करने के बाद कथित बलात्कार के सिलसिले में एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया गया है. पीड़िता सिल्वी स्टिना ने अपने हाथ बांधने वाले व्यक्ति की पहचान तमीजुद्दीन के रूप में की है. उसकी पहचान के आधार पर आबपारा पुलिस ने तमीजुद्दीन को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया है. पूछताछ के दौरान तमीजुद्दीन ने दावा किया कि विदेशी महिला मानसिक रूप से बीमार है और उसके पास पहचान पत्र या यात्रा दस्तावेज नहीं थे. महिला के दस्तावेजों का पता लगाने के लिए पुलिस तमीजुद्दीन के घर की एक और तलाशी लेगी. तमीजुद्दीन को भी मेडिकल जांच के लिए पॉलीक्लिनिक अस्पताल भेजा गया है.