उत्तर प्रदेश के कासगंज जनपद की सदर कोतवाली में पुलिस के सामने भारतीय किसान यूनियन और भाजपा किसान मौर्चा के बीच खूनी संघर्ष हो गया है। इस घटना में भाकियू स्वराज गुट के नेता घायल हो गये। घायल हुए नेताओं के समर्थको ने सदर कोतवाली में जमकर तोड़फोड़ ही नहीं बल्कि सरकारी अभिलेखों को तहस नहस कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही एसपी के अलावा अलीगढ़ परिक्षेत्र के डीआईजी दीपक कुमार कासगंज में पहुंच गये।पुलिस ने तोड़फोड़ करने वाले एक दर्जन से अधिक स्वराज गुट के नेताओं को हिरासत में ले लिया है। आपको बता दें कि भारतीय किसान यूनियन स्वराज गुट के तकरीबन एक सैकड सुबह दस बजे से कासगंज कोतवाली में एक दारोगा पर अवैध उगाही के आरोप में धरना देकर हंगामा कर रहे थे, देर रात भाजपा किसान मौर्चा के जिलाध्यक्ष डीएस लौधी अपनी गाड़ी में बैठकर श्रीरामलीला में हनुमान आरती में शिरकत करने जा रहे थे, तभी भाकियू स्वराज गुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलदीप पांडेय और उनके समर्थकों ने डीएस लोधी पर हमला कर दिया। बाद में दोनों गुट आमने सामने आ गये, और जमकर मारपीट हुई। बाद में पुलिस ने भाजपा किसान मौर्चा को समझा बुझाकर वापस कर दिया, लेकिन स्वराज गुट के किसान नेता उग्र हो गये और उन्होंने कोतवाली में जमकर तोड़फोड़ कर दी और कोतवाली के अभिलेख तहस नहस कर दिये, हालांकि पुलिस ने एक दर्जन से अधिक भाकियू स्वराज गुट के नेताओं को हिरासत में ले लिया है। जिनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
Posted inuttarpradesh