चहुंओर हो रही अच्छी वर्षा से गंगा में उफान के साथ ही अब वरुणा में पलट प्रवाह आरंभ हो गया है। गंगा का पानी वरुण नदी में जाने से सारनाथ के पुलकोहना क्षेत्र में कई घरों में पानी घुस गया है तो शहर के सभी घाट डूब चुके हैं। सुबह-ए-बनारस के मंच, शीतला माता मंदिर, नमो घाट के स्कल्पचर तक पानी लहरा रहा है। गंगा आरती घाटों की छतों पर हो रही है तो महाश्मशान मणिकर्णिका डूबने से शवदाह भी घाट की छत पर किया जा रहा है। वहीं हरिश्चंद्र घाट पर मसान नाथ मंदिर भी
पानी में डूब चुका है, वहां शवदाह करने की नौबत अब गली के मुहाने तक आ चुकी है। मंगलवार की शाम से आठ सेमी प्रति घंटा बढ़ रहा जलस्तर पानी के वरुणा तथा ग्रामीण क्षेत्रों में फैलने से बुधवार की शाम छह बजे तक 6.6 सेमी प्रति घंटा पर आ गया था। जलस्तर में वृद्धि की गति यही रही तो गुरुवार की शाम तक गंगा की लहरें चेतावनी बिंदु को स्पर्श कर सकती हैं। पानी बढ़ने की वजह से सभी प्रमुख गंगा घाटों का आपस में संपर्क खत्म हो चुका है।