वायनाड में भीषण भूस्खलन के बाद बचाव अभियान लगातार पांचवे दिन भी जारी है। इस आपदा में फंसे लोगों की खोज के लिए आज भी 1300 से अधिक बचावकर्मी, भारी मशीनरी और अत्याधुनिक उपकरणों का उपयोग किया जा रहा है। बचाव दलों ने स्थिति को नियंत्रित करने और प्रभावित क्षेत्रों में फंसे लोगों को निकालने के लिए दिन-रात काम किया है। इस प्रक्रिया में रडार ड्रोन और अन्य आधुनिक तकनीकों का भी सहारा लिया जा रहा है ताकि भूस्खलन में दबे लोगों की सही स्थिति का पता लगाया जा सके। 354 से अधिक लोगों की मौत
वायनाड में भूस्खलन के बाद अब तक 354 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। बचाव अभियान में एक महत्वपूर्ण पहलू यह है कि तलाशी और बचाव के क्षेत्र में विशेषज्ञता रखने वाली निजी कंपनियां और स्वयंसेवक भी सेना, पुलिस और आपातकालीन सेवा इकाइयों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। यह सामूहिक प्रयास बचाव कार्यों को तेज़ और प्रभावी बनाने में मदद कर रहा है, जिससे प्रभावित लोगों को जल्द से जल्द सहायता मिल सके।