मथुरा
प्रीती वर्मा की रिपोर्ट
कथक नृत्य कार्यशाला का किया गया आयोजन
विद्यालय प्रबंध समिति के प्रबन्धक रहे उपस्थिति
हनुमान प्रसाद धानुका सरस्वती बालिका विद्या मंदिर में कलावृक्ष सोसाइटी फ़ॉर परफार्मिंग आर्ट्स एंड कल्चरल अफेयर्स द्वारा कथक नृत्य कार्यशाला आयोजित की गई। जिसमें अंतर्राष्ट्रीय कथक नृत्यांगना गीतांजलि शर्मा ने विद्यालय की लगभग 200 छात्राओं को कथक घराने नृत्य की शक्ति व कथक नृत्य मुद्रायें जैसे मयूर, मृग, वंसी, देवी देवताओं की भंगिमाएँ आदि सिखाई। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्रपट के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यशाला में कथक गुरु गीतांजलि शर्मा ने कहा कि नृत्य व संगीत जीवन का पर्याय है, इसके बिना आज के छात्र – छात्राओं के जीवन में रचनात्मकता की कमी आ रही है।गीतांजलि शर्मा ने अपने वक्तव्य में कहा कि कथक का अर्थ है बिना बोले कथा को भाव तथा मुद्राओं से प्रस्तुत करना, और ये शैली घरानों में विभक्त है। कार्य शाला में सहयोगी कलाकार गार्गी वशिष्ठ, ने नृत्य प्रतिभा को तराना, कवित्त के माध्यम से उजागर किया। साथ में वीनस शर्मा एवं नेहा त्रिपाठी ने नृत्य कार्यशाला प्रशिक्षण में सहयोग किया। इस कार्यक्रम में विद्यालय प्रबंध समिति से प्रबन्धक विश्वनाथ गुप्ता व श्याम सुंदर शर्मा, सीमा माहेश्वरी, सुमन शर्मा, सोनिया चतुर्वेदी, तनु रावत उपस्थित रहीं।