धनबाद
आंचलिक पत्रकारों की एक मात्र आवाज है जेजेए:शौकत खान
पत्रकारों को मुख्यमंत्री से दिलाई आर्थिक सहायता
झारखण्ड ही नहीं देश भर में आज पत्रकार संगठनों के नाम पर कई पत्रकार संगठन हैं लेकिन कोई भी पत्रकार संगठन पत्रकार के हितों की रक्षा के लिए कभी गंभीर नहीं रहा है।झारखण्ड में पत्रकारों की हत्याओं के बाद एक मात्र पत्रकार संगठन जेजेए है जिसने दिवंगत पत्रकार को न्याय दिलाने के लिए उच्चतम न्यायालय तक मुकदमा दर्ज कराया है।गंभीर रुप से बीमार पत्रकारों के लिए 5 लाख रुपए तक की आर्थिक सहायता एवं दो दर्जन से अधिक पत्रकारों के लिए 50-50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता मुख्यमंत्री राहत कोष से करवाई है।पत्रकार सुरक्षा कानून की आवाज़ देश भर में सबसे पहले जेजेए संस्थापक द्वारा उठाई गई और वे इसके लिए लगातार संघर्ष कर रहे हैं।जेजेए की पहल पर झारखण्ड विधानसभा में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की मांग झारखण्ड के कई विधायकों द्वारा उठाई गई।उपरोक्त बातें धनबाद जेजेए जिला अध्यक्ष शौकत खान ने आज संगठन की बैठक को संबोधित करते हुए कहीं।
जिला महासचिव पंकज सिन्हा ने कहा कि पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने के लिए जेजेए की राष्ट्रीय इकाई भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ लगातार आवाज़ बुलंद कर रही है। आज की बैठक की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष शौकत खान ने किया जब्कि संचालन महासचिव पंकज सिन्हा ने किया। बैठक के दौरान कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। बैठक में निर्णय लिया गया कि जिले में पत्रकार राहत कोष का गठन किया जाए।संगठन के सभी सदस्यों के द्वारा 50 रुपये प्रति माह सहायता स्वरूप जिला पत्रकार राहत कोष के बैंक खाते में जमा किया जाएगा। आज की बैठक में राष्ट्रीय कमेटी के सह प्रवक्ता संतोष कुमार साव,मुकेश कुमार सिंह,संजय सिन्हा, मोलोय गोप,सुमन्त कुमार सिन्हा, मधु गोराई,नीलरतन कंजिलाल, संजय सेन, अजिताव विश्वकर्मा, तफाजूल आजाद,सुमित वर्मन, दिलीप मिश्रा आदि मौजूद थे।