अमेरिका ढाई लाख युवाओं को देश से निकाल सकता है। इनमें से अधिकतर भारतवंशी हैं जो अपने माता-पिता के साथ बचपन में अमेरिका आए थे। 21 वर्ष की आयु पूरी हो जाने के कारण उन्हें अमेरिका से उस देश में भेजे जाने का खतरा मंडरा रहा है जहां वे किसी को नहीं जानते हैं। ऐसे लोगों के लिए उम्मीद की कोई किरण भी नजर नहीं आ रही है। व्हाइट हाउस ने गुरुवार को इस गतिरोध के लिए रिपब्लिकन को दोषी ठहराया। पिछले महीने, आव्रजन, नागरिकता और सीमा सुरक्षा पर सीनेट उपसमिति के अध्यक्ष सीनेटर एलेक्स पैडीला और प्रतिनिधि डेबोरा रास के नेतृत्व में 43 सांसदों के द्विदलीय समूह ने बाइडन प्रशासन से ढाई लाख से अधिक डाक्यूमेंटेड ड्रीमर्स की सुरक्षा के लिए तत्काल कार्रवाई करने का आह्वान किया था, लेकिन अब तक इसे लेकर कोई कदम नहीं उठाया जा सका है।
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