शिव की नगरी काशी में सावन का प्रथम सोमवार बड़े ही श्रद्धा और मनोभाव के साथ मनाया जा रहा है। कांवड़ियों के साथ आम भक्तों ने हर-हर महादेव के जयकारें के साथ गंगा में डुबकी लगाई उसके बाद बाबा काशी विश्वनाथ का दर्शन-पूजन किया। बीती देर रात से ही भक्त कतारबद्ध होकर अपनी पारी का इंतजार कर रहे थे।
आरती के बाद मंदिर का पट खुलते ही काशी विश्वनाथ का जयघोष होने लगा। सबसे पहले 21 यादव बंधुओं ने बाबा का जलाभिषेक किया। इसके बाद श्रद्धालु एक-एक कर बाबा दरबार में मत्था टेकते रहे। जलाभिषेक का दौर चलता रहा। देर रात से ही खड़े भक्त मंदिर का पट खुलने का इंतजार कर रहे थे। पट खुलने की घोषणा होते ही भक्त दर्शन के लिए तैयार हो गए।