मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांवड़ यात्रा मार्ग पर दुकानदारों के नाम लिखने का जो आदेश दिया है, उससे हलचल बढ़ गई है। स्पष्ट कहा गया है कि कांवड़ मार्गों पर खाने-पीने की दुकानों पर संचालक, मालिक का नाम और पहचान लिखना अनिवार्य होगा। इसके पीछे वजह यह है कि खाने-पीने की दुकानों पर नाम कुछ होता है और इसे संचालित करने वाले दूसरे लोग होते हैं। जैसा कि प्रयागराज जंक्शन के बाहर लीडर रोड पर है।
प्रयागराज जंक्शन पर बड़ी संख्या में कांवड़िया ट्रेनों से उतरकर पैदल संगम जाते हैं। यहां चाय-नाश्ते की कई ऐसी दुकानें हैं, जिसका नाम जनता, प्रयाग, मिलन है, लेकिन इसे चलाते चांद, शमशाद, सलीम हैं। अब इन सभी को अपनी दुकानों के बाहर अपना नाम लिखना जरूरी होगा। प्रयागराज जंक्शन के बाहर गेट नंबर दो के पास प्रयाग टी स्टाल है। नाम से ऐसा लगता है कि इसे चलाने वाले राजेश, महेश या कोई और नाम से होंगे, लेकिन इसके संचालक मियां चांद हैं।