विवादों से घिरी नीट यूजी परीक्षा 2024 को लेकर सुप्रीम कोर्ट में अहम सुनवाई होनी है, लेकिन इससे पहले राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने अदालत के समक्ष लिखित दलीलें दाखिल कर दी हैं. एनटीए ने सुप्रीम कोर्ट में याचिकाकर्ताओं के साझा संकलन के जवाब में नई लिखित दलीलें दी हैं जिसमें पिछले हलफनामे में दी गई दलीलों को दोहराया गया है. एनटीए ने कहा कि यह कोई व्यवस्थागत विफलता नहीं है.
एनटीए ने कहा कि पाठ्यक्रम में कमी से सभी छात्रों को बेहतर अंक प्राप्त करने में मदद मिली. पाठ्यक्रम में 25% की कमी के कारण अंकों में बढ़ोतरी हुई. एनटीए ने एक बार फिर कथित टेलीग्राम वीडियो की निंदा की और कहा कि इसे एडिट करके यह दिखाया गया कि पेपर लीक 4 मई को हुआ, जबकि परीक्षा की तारीख 5 मई थी. एनटीए ने दावा किया कि पटना, सवाई माधोपुर में पेपर लीक होने का दावा गलत है.