अंडाल थाना क्षेत्र के अंतर्गत उखड़ा स्थित दक्षिणखंड गांव से सटे इलाके में कृषि भूमि जिसे ईसीएल ने अधिग्रहित किया है उस जमीन पर भू माफियाओं के द्वारा कब्जा का आरोप भू मालिकों ने लगाया है। उस जमीन पर भूमाफियाओं द्वारा एक अस्थाई कार्यालय बनाया गया था जिसे लेकर शनिवार को भू मालिकों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया उसी दौरान उस अस्थाई कार्यालय में लगी आग, प्राप्त जानकारी के अनुसार अंडाल इलाके के उखड़ा रोड स्थित दक्षिणखंड गांव से सटे इलाके में कृषि भूमि है यहां ईसीएल की परित्यक्त मधुजोड़ कोलियरी और कई जमीनें हैं ईसीएल सूत्रों के अनुसार, निजी पहल के तहत परित्यक्त मधुजोड़ कोलियरी को फिर से खोला जाएगा। कुछ जमीन मालिकों का आरोप है कि कुछ दिन पहले जमीन के बीच में भू-माफियाओं का अस्थायी कार्यालय बनाया गया था। भू माफियायों ने ग्रामीणों व जमीन मालिकों को डरा कर जमीन हड़पने के उद्देश्य से उक्त कार्यालय बनाया है।खबर मिलने के बाद जमीन मालिकों के संगठन कृषि जमीन जीवन-जीविका रक्षा समिति के
सदस्यों ने शनिवार को कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया। संगठन की ओर से उज्ज्वल पाल, तपन मुखर्जी ने कहा कि 1992 से 1994 के बीच ईसीएल ने मधुजोर कोलियरी के लिए जमीन मालिकों से 30 एकड़ जमीन धिग्रहण किया था। तत्कालीन कानून के अनुसार एक एकड़ जमीन पर एक नौकरी मिलनी चाहिए। जमीन मालिकों को अभी तक वह काम नहीं मिला है. हाल ही में कंपनी ने निजी पहल के तहत कोलियरी को फिर से खोलने की पहल की है। इसलिए कंपनी को अधिक जमीन की जरूरत है। भू मालिकों का कहना है कि जमीन सीधे मालिकों से लेनी होगी। इस विषय में अब तक जमीन मालिकों से बात नहीं की गई है। ऐसे में सिंडिकेट का कार्यालय जमीन के बीचो-बीच क्यों बनाया गया है ? उन्होंने कहा कि सिंडिकेट ने बलपूर्वक या बेईमानी से जमीन पर कब्जा करने की कार्रवाई की है। जमीन मालिकों ने कहा कि आज का विरोध प्रदर्शन इस मांग पर आधारित था कि संस्था सीधे मालिकों से बात कर जमीन ले और जमीन सिंडिकेट या किसी दलाल को न दी जाये। इस दिन विरोध प्रदर्शन के दौरान सिंडिकेट के अस्थायी कार्यालय में आग लग गयी। अस्थायी ढांचा जलकर खाक हो गया। आग किसने लगाई इसका पता नहीं चल पाया है। प्रदर्शनकारियों ने आग लगाने से इंकार किया है विरोध प्रदर्शन और आगजनी की घटना से आसपास के इलाके में तनाव पैदा हो गया है।