उधमसिंह नगर:उपाध्यक्ष अल्पसंख्यक आयोग मजहर नईम नवाब ने गुरूवार को विकास भवन सभागार में आयोग को प्राप्त शिकायतों की सुनवाई की। जिसमे से 38 शिकायत प्रकरणों/वादों की सुनवाई करते हुये 13 वादों का मौके पर ही निस्तारण किया गया। तीन प्रकरणों में 09 लाख के राहत चैंक वितरित किये गये तथा एक वाद सीबीसीआईडी को, एक वाद एसआईटी को व एक वाद पुलिस उप महानिरीक्षक कुमांऊ को हस्तान्त्रित किये गये जबकि तीन अधिकारियों के अनुपस्थित रहने पर स्पष्टिकरण के साथ ही आगामी 18 जुलाई को कैम्प कार्यालय हल्द्वानी में तलब किया गया। विकास भवन सभागार में उपाध्यक्ष ने वादों की सुनवाई करते हुये 13 वादों का निस्तारण किया। करंट लगने से सराफत अली के पुत्र की मृत्यु हो गयी थी जिसे विद्युत विभाग द्वारा सराफत अली को आयोग के माध्यम से चार लाख का चैंक दिया गया। इसी तरह सड़क दुर्घटना में सादिया के पति व पुत्र के मृत्यु हो गयी थी, मुख्यमंत्री राहत कोष से सादिया को 2.50 लाख, दुर्घटना में जख्मी रासिद को 1.25 लाख व जख्मी आसिफ को 1.25 लाख का चैंक दिये गये। मसूद हुसैन अंसारी सहायक अध्यापक उर्दू के प्रकरण में आयोग द्वारा आख्या उपलब्ध कराये जाने के निर्देश अपर निदेशक माध्यमिक कुमाऊं को दिये गये थे मगर उनके अनुपस्थित रहने पर उन्हे आगामी 18 जुलाई को स्पष्टिकरण के साथ कैम्प कार्यालय हल्द्वानी में उपस्थित होने के आदेश जारी किये गये
साथ ही मौ0 फैजान अल्वी केलाखेड़ा के प्रकरण में आयोग द्वारा जांच समिति गठित कर जांच आख्या उपलब्ध कराने के निर्देश मुख्य अभियंता विद्युत वितरण खण्ड कुमांऊ को दिये गये थे उनके अनुपस्थित रहने पर उन्हे भी स्पष्टिकरण के साथ 18 जुलाई को कैम्प कार्यालय हल्द्वानी में उपस्थित होने के आदेश जारी किये गये। अयूब अंसारी निवासी पहाड़गंज रूद्रपुर के प्रकरण पर उप जिलाधिकारी को भी 18 जुलाई को कैम्प कार्यालय हल्द्वानी में उपस्थित होने के आदेश जारी किये गये। शिकायत सुनवाई के दौरान अनीस अहमद द्वारा पुलिस जांच से असन्तुष्टता व्यक्त की गयी जिसपर मा0 उपाध्यक्ष आयोग द्वारा जांच करण को सीबीसीआईडी को हस्तांतरित करने के आदेश पारित किये गये। इसी तरह तबस्सुम अबरार सिद्दीकी के प्रकरण को एसआईटी को प्रेषित किया गया तथा मौ0 आसिफ ने अपने प्रकरण में थाना बदलाव की बात रखी जिसपर आयोग ने उप महानिरीक्षक पुलिस को थाना बदलाव हेतु प्रकरण हस्तगत किया गया। उपाध्यक्ष अल्पसंख्यक आयोग ने कहा कि आयोग के मामलों/वादों को अधिकारी गम्भीरता से ले व उनका निस्तरण समय से करना सुनिश्चित करें। शिकायती वादों की सुनवाई में आयोग के सदस्य मौ0 तसलीम, सचिव जेएस रावत सहित वादकारी व अधिकारी मौजूद थे।