आकांक्षी कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पिछड़े प्रखंड को विकसित करना

आकांक्षी कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पिछड़े प्रखंड को विकसित करना

फतेहपुर प्रखंड के मनरेगा भवन में सोमवार को आकांक्षी प्रखंड के तहत सम्पूर्णता अभियान का शुभारंभ नीति आयोग के वरीय सलाहकार सुधेन्दु जे सिंहा ने दीपक जलाकर किया। गया जिले में चार प्रखंड फतेहपुर, वजीरगंज, कोच, इमामगंज को 2023 में चयन किया गया। नीति आयोग के वरिष्ठ सलाहकार ने उपस्थित अधिकारी, जनप्रतिनिधि को सम्बोधित करते हुए बताया कि प्रखंड को विकास की मुख्य धारा में लाने के लिए नीति आयोग की छह सूचकांको पर चार जुलाई से 30 सितंबर 2024 तक चलने वाले अभियान को शुरू किया गया। अभियान का उद्देश्य एबीपी प्रखंड में छह चिन्हित संकेतकों में परिपूर्णता हासिल करने के लिए निरन्तर प्रयास करना है। जब तक पूर्ण रूपेण सफलता नहीं मिले।

‘संपूर्णता अभियान’ का उद्देश्य आकांक्षी प्रखंड में चिन्हित छह संकेतकों में से प्रत्येक में परिपूर्णता हासिल करना है। आकांक्षी प्रखंड के अपेक्षाकृत पिछड़े और दूरदराज के क्षेत्रों के तेजी से विकास को सुनिश्चित करने के लिए आकांक्षी जिला कार्यक्रम (एडीपी) को वर्ष 2018 में लॉन्च किया गया था। एडीपी ने अपने नागरिकों के जीवन को उन्नत बनाने वाले प्रमुख संकेतकों को बेहतर बनाने पर एक मापनीय और ठोस प्रभाव डाला है। आकांक्षी जिला कार्यक्रम (एडीपी) की सफलता के आधार पर, आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम (एबीपी) को 2023 में प्रधानमंत्री द्वारा लॉन्च किया गया। इसका उद्देश्य देश भर के चयनित आकांक्षी प्रखंड में स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, पेयजल, स्वच्छता, कृषि, जल संसाधन, वित्तीय समावेशन और अवसंरचना जैसे कई क्षेत्रों में आवश्यक सरकारी सेवाओं की परिपूर्णता अर्जित करना है। आवश्यक सरकारी सेवाओं की परिपूर्णता का लक्ष्य पांच विषय


स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा,कृषि एवं संबद्ध सेवाएं अवसंरचना सामाजिक विकास के 40 संकेतकों पर मापा जाता है। कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, बीडीओ, प्रमुख ने कार्यक्रम पर प्रकाश डालते हुए जानकारी दिया। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद नीति आयोग के हाथों पौधा रोपण कराया गया। बाहर में लगा हुआ सभी स्टाल को देखे और प्रशंसा किए। सुबह में कन्या विद्यालय की छात्राओ ने कार्यक्रम के प्रति जागरूक करने हेतु प्रभात फेरी निकाला गया। प्रभात फेरी को कन्या विद्यालय से शुरू कर बस स्टैंड, झंडा चौक, रुपिन होते प्रखंड मुख्यालय में आकर समाप्त किया गया। सम्पूर्णता अभियान को सफल बनाने के लिए उपस्थित सभी ने एक स्वर में उत्साह के साथ सफल बनाने के प्रति संकल्प लिया।


नीति आयोग के सलाहकार झारखंड सीमा से सटे कठौतिया केवाल पंचायत के जंगल मे निवास कर रहे अनुसूचित जन जाति बिरहोर से मिलकर उनकी जीवन शैली से अवगत हुए। फटेहाल की जीवन जी रहे बिरहोर के उत्थान के लिए आयोग ने डीपीओ एवं बीडीओ को योजना बनाने का सलाह दिए। बिरहोर जाति के लोगो ने आयोग को बताया कि हम लोगो को घर, अनाज, पानी, सड़क नहीं है। इसको पूरा कराइये। हम लोग को काफी दिक्कत होता है। आयोग ने बिरहोर की गरीबी,अशिक्षा, कुपोषण आदि को नजदीक से देखा एवं परखा। बीडीओ राहुल कुमार रंजन ने बिरहोर को दी गई सुविद्या से अवगत कराएं। बीडीओ ने बताया कि लगभग 30 को आधार कार्ड एवं 17 को राशन कार्ड बनाकर दिया जाएगा। आगे शिविर लगाकर आधार कार्ड एवं राशन बनाने का काम किया जाएगा। जरूरतमंदों को पेंशन योजना का लाभ भी दिया जाएगा।

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