करीब दो साल पहले अपने एक विवादास्पद बयान के बाद राजनीतिक पटल से लगभग गायब हुईं नूपुर शर्मा ने आखिर अपनी चुप्पी तोड़ी है. गाजियाबाद के रामप्रस्थ ग्रीन कैंपस में आयोजित एक भागवत कथा के दौरान पूर्व बीजेपी नेता नूपुर शर्मा ने पहली बार किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में कई मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखी.नूपुर ने आरोप लगाया कि इस देश में सनातनियों को खत्म करने की एक साजिश हुई, जिसे उन्होंने महसूस किया है.
राहुल गांधी का नाम लिए बिना नूपुर ने कहा कि जब ऊंचे पदों पर बैठे लोग ये कहते हैं कि हिंदू हिंसक हैं या जब कुछ अन्य लोग कहते हैं कि सनातनियों का सफाया कर दो, तो उस साजिश को समझना चाहिए. नूपुर शर्मा ने कहा कि अगर हिंदू हिंसक होता तो अपने ही देश में एक हिंदू बेटी को इतने सुरक्षा घेरे में जिदंगी नहीं गुजारनी पड़ती. उन्होंने कहा कि वो कुछ भी कहें, तो वाह-वाह और अगर मैं कुछ कहूं तो सिर तन से जुदा. ऐसा नहीं चलेगा. हमारा देश अपने संविधान से चलेगा, न कि किसी मजहबी या शरिया कानून के हिसाब से चलेगा.