जिले में 16 घंटे में 14 और लोगों की मौत हो गई है। स्वास्थ्य विभाग का तनाव बढ़ गया है। आनन-फानन में जिला अस्पताल के अलावा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की इमरजेंसी सेवाओं में अतिरिक्त चिकित्सकों के साथ स्वास्थ्य कर्मी तैनात कर दिए गए हैं। चिकित्सकों के अवकाश पर रोक तत्काल प्रभाव से चिकित्सकों के अवकाश पर रोक लगा दी गई है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग
इन मौतों को लेकर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है लेकिन भीषण गर्मी की वजह से लोग बेहोश होकर गिर रहे हैं और अस्पताल पहुंचने पर उनको मृत घोषित किया जा रहा है। अधिकारी मौतों को लेकर कह रहे हैं कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत का सही कारण पता चल पाएगा। जिला एमएमजी अस्पताल के सीएमएस डॉ. राकेश कुमार सिंह ने बताया कि खोड़ा में दो दिन पहले 28 वर्षीय अंशुमन त्रिपाठी की मौत हो गई थी।